♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची : पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन की सफलता के बाद जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय में खुशी और उत्साह को माहौल है। जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय में आज पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन की सफलता पर संकाय के समन्वयक डॉ हरि उराँव एवं आयोजन समिति के सदस्यों को बधाई दी गयी। इसके साथ ही टीआरएल संकाय के समन्वयक डॉ हरि उराँव को उनके 65 वें जन्मदिन के मौके पर शुभकामनाएं देकर उनके दीर्घायु जीवन की कामना की गयी। मौके पर केक काटकर व बुके देकर उन्हें सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर संकाय के शिक्षकों ने सामूहिक रूप से कहा – स्थापना के 43 वर्षां बाद टीआरएल संकाय में पहली बार पूर्ववर्ती छात्रों का सम्मेलन होना अपने आप में एक इतिहास है। लगभग चार सौ पूर्ववर्ती छात्रों का एक साथ महाजुटान होना एक यादगार पल बन गया। शिक्षकों ने कहा कि समन्वयक डॉ हरि उराँव ने अपने बेहतरीन नेतृत्व क्षमता व समन्वय से यह साबित कर दिया कि इच्छाशक्ति हो तो कोई भी काम असंभव नहीं। सभी ने भविष्य में ऐसे ही पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन आयोजित करने की बात कही।
इनकी रही मौजूदगी
इस अवसर पर संकाय के डॉ सबिता केशरी, डॉ खालिक अहमद, डॉ उमेश नन्द तिवारी, डॉ गीता कुमारी सिंह, डॉ मनय मुंडा, कुमारी शशि, बंधु भगत, डॉ मेरी एस सोरेंग, डॉ बीरेंद्र कुमार महतो, डॉ रीझू नायक, डॉ किशोर सुरीन, युवराज कुमार, बबलू कुमार, संदीप कुमार महतो, मानिक कुमार, श्याम सुंदर यादव, सुखराम उरांव, डॉ बंदे खलखो, श्रीकांत गोप, विजय आनंद, कुमार चाणक्य, फूलदेव उरांव, रवि कुमार, प्रवीण कुमार सिंह, जगदीश उरांव, शिला कुमारी, प्रियंका कुमारी, राजकुमार, प्रभा, बसंती, सहित संकाय के शिक्षकगण, शोधार्थी एवं छात्राएँ उपस्थित थे।