♦लाल विश्वजीत नाथ शाहदेव, डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ’गोतिया’ एवं सुबोध डांगी प्रवक्ता बनाए गए
♦ Laharnews.com Correspondent♦
रांची : झारखंड आंदोलनकारियों का सम्मेलन रांची गोस्सनर कंपाउंड स्थित थियोलॉजिकल हॉल में राजू महतो की अध्यक्षता में हुई। सम्मेनल में झारखंड आंदोलनकारी महासभा का गठन किया गया। इसके अध्यक्ष राजू महतो, प्रधान सचिव कयूम खान बनाये गये, जबकि लाल विश्वजीत नाथ शाहदेव, डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ’गोतिया’ एवं सुबोध डांगी प्रवक्ता निर्वाचित किये गये।
सम्मेलन में धनबाद, बोकारो, पलामू, गढ़वा, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, गिरिडीह, कोडरमा, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, जामताड़ा, जमशेदपुर, चाईबासा सहित सभी जिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में आजसू के केन्द्रीय महासचिव राजेन्द्र मेहता, उपाध्यक्ष हसन अंसारी, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ आफताब जमील, डॉ बाश्वी किड़ो, झारखंड ओपेन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ त्रिवेणी नाथ साहू बतौर अतिथि मौजूद थे।
सपनों का झारखंड बनना बाकी है : राजू महतो
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए राजू महतो ने कहा कि 23 साल बीत गए, लेकिन अब तक सपनों का झारखंड नहीं बन सका है। राज्य में किसी की भी सरकार रही हो, आंदोलनकारी हमेशा हाशिये पर रहे हैं। चाहे पक्ष के हों या विपक्ष के, कोई भी इनकी सुध नहीं ले रहा है। आज आंदोलनकारी अपनी पहचान, मान-सम्मान, हक-हकूक के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है।
सम्मेलन का संचालन करते हुए कयूम खान ने आंदोलनकारियों द्वारा किए जा रहे आंदोलन के बारे में बताया, जबकि वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुजूर ने ’झारखंड आंदोलनकारी महासभा’ का गठन के पीछे के कारणों को बताते हुए कहा कि झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के नाम पर आंदोलनकारियों के हितों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में झारखंड आंदोलनकारी महासभा का गठन वक्त की मांग है। इस प्रस्ताव को सभी ने ध्वनि मत से पारित कर दिया।
सम्मेलन में इनकी रही मौजूदगी
सम्मेलन को संबोधित करने वालों में आजसू के केन्द्रीय महासचिव राजेन्द्र मेहता, उपाध्यक्ष हसन अंसारी, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ आफताब जमील, डॉ बाश्वी किड़ो, झारखंड ओपेन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ त्रिवेणी साहू, भरत गोप, राजेश महतो, किशोर किस्कू, बालोमनी बाखला, लखन महतो, डॉ अजय नाथ शाहदेव, शिवशंकर शर्मा, पवन कुमार दुबे, कबूतरी देवी, सेवा राम महतो, छत्रपति महतो, डीएन राम, विनिता खलखो आदि शामिल थे। सम्मेलन में एक दर्जन आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया गया। मौके पर ऐरेन कच्छप, रूस्तम खान, इसरार अहमद, आरीफ खान, असगर खान, अशोक साहु, शिव शंकर शर्मा, सीता देवी, भुनेश्वर सेनापति सहित बड़ी संख्या में आंदोलनकारी मौजूद थे।
महासभा के पदधारी निर्वाचित हुए
सर्वसम्मति से झारखंड आंदोलनकारी महासभा केन्द्रीय कमिटी का गठन किया गया, जिसमें राजू महतो को अध्यक्ष और प्रधान महासचिव कयूम खान, वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुजूर, उपाध्यक्षः किशोर किस्कू, भुनेश्वर सेनापति, डीएन राम, रामजी भगत, हरिमोहन महतो, महासचिव के रूप में प्रो. अजय नाथ शाहदेव, प्रो. सुनिल सांसद, शिवशंकर शर्मा, सचिव पद पर अरूण कुमार दुबे, आसमान सूंडी, बालकिशून रजवार, धनपति सरदार, रूपलाल महतो, पार्वती चरण महतो, दिनेश महतो, प्रेम मित्तल, महादेव मुंडा, भोला मांझी को बनाया गया, कोषाध्यक्ष के रूप में अशोक कुमार साहू, जबकि महिला संयोजिका मंडली में विनिता खलखो, कबूतरी देवी, रेखा देवी, सुनिता देवी, जहांआरा बेगम, सीता उरांव, बिंदिया देवी, नूनिया देवी, एरेन कच्छप, सांस्कृतिक परिषद में मधू मंसूरी, भरत गोप, प्रो. खालिक अहमद, कृष्णा महली को बनाया गया है। उसी तरह कार्यकारणी सदस्यों में रंजीत बाड़ा, ब्रह्मदेव वर्मा, सर्जन सांसद, शिवलाल किस्कू, अमर किन्डो, बदरी प्रसाद, ज्ञानू शाहदेव, मंगलेश्वर उरांव, शंखदेव सिंह, गणेश दास, इसरार अहमद, लखन महतो, निर्मल होरो, आदम मुंडू, शुशील बारला, रवि बारला, बबूआ मानकी, फलारी महतो, सीताराम तूरी, प्रवीण सहाय, हांदू भगत, योगेश लकड़ा, राजू गुप्ता, महावीर विश्नकर्मा, सरजीत मिर्द्धा को शामिल किया गया है।
सलाहकार परिषद में डॉ वासवी किरो, डॉ हसन अंसारी, डॉ आफताब जमील, प्रो. विनोद भगत, 5. डॉ. त्रिवेणी नाथ साहू, राजेन्द्र मेहता, प्रभाकर तिर्की, डॉ अमीन अहमद, खिरोधर महतो, त्रिवेणी वर्मा, विशु प्रसाद, संपूर्णानन्द भारती, तथा प्रवक्ता लाल विश्वजीत नाथ शाहदेव, डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ’गोतिया’, सुबोध डांगी बनाए गए हैं। अगली बैठक रांची में 1 अक्टूबर को होगी। धन्यवाद ज्ञापन बालकिशून रजवार ने किया।