♦Laharnews.com Correspondent♦
देश में कोरोना के मामले में खासी कमी आयी है, इसके बावजूद एहतियात के तौर पर केंद्र सरकार की ओर से कोरोना कोरोना के सिलसिले में राज्यों के लिए नए दिशा निर्देश जारी जारी की गयी है। देश में प्रतिदिन कोरोना के दो हजार से कम मामले आ रहे हैं। लेकिन कुछ रिपोर्ट में कोरोना की चौथी लहर की भी आशंका व्यक्त की जा रही है।
कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को बुधवार को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। कोविड-19 मामलों में गिरावट को देखते हुए केंद्र ने बुधवार को राज्यों से आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों में छूट देने को तो कहा ही, साथ ही कोविड उचित व्यवहार का पालन कराने की बात भी कही। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 प्रतिशत से अधिक कोरोना सकारात्मकता दर, 40 प्रतिशत तक ऑक्सीजन समर्थित या आईसीयू बेड के इंगेज होने वाले क्षेत्रों आवश्यक पाबंदी लगाने का सुझाव दिया।
टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण
सरकार ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उचित व्यवहार के पालन की पांच गुना रणनीति पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उन्हें कोविड स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा। सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में गैर-कोविड स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से चालू करने का भी निर्देश दिया।
कोविड उचित व्यवहार का विधिवत पालन जरूरी
उन्होंने कोरोना के हल्के मामलों के लिए होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल और हाई रिस्क वाले मामलों की विशेष निगरानी जारी रखने का भी निर्देश दिया। भूषण ने कहा कि सामाजिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, त्योहार से संबंधित और अन्य सभाओं को फिर से शुरू किया जा सकता है। लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि इन जगहों पर कोविड उचित व्यवहार का विधिवत पालन किया जाए. शैक्षणिक संस्थानों में बिना किसी प्रतिबंध के ऑफलाइन कक्षाएं फिर से शुरू की जा सकती हैं. हालांकि, शैक्षणिक संस्थान शिक्षा के हाइब्रिड मॉडल का भी लाभ उठा सकते हैं। कोरोना के खिलाफ टीकाकरण को बेहद अहम बताया गया है।