रांची : मुसीबत में फंसी छात्राओं-महिलाओं को ‘शक्ति’ से नयी ताकत मिलेगी। ‘शक्ति’ के जरिये दुश्मन पलभर में पुलिस की गिरफ्त होंगे। मनचलों पर ‘शक्ति’ आफत की बिजली गिराएगी। दरअसल ‘शक्ति’ एक एप्प है। इसके जरिये पुलिस को सूचना मिलते ही वह आपकी मदद के लिए मौजूद हो जाएगी। इसी सिलसिले में रांची वीमेंस कॉलेज के आर्ट्स ब्लॉक सभागार में सोमवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था। पुलिस की तकनीकी टीम भी मौके पर वहां मौजूद थी। कॉलेज का भानुमति सभागार ‘शक्ति’ की मारक क्षमता देखते ही तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कॉलेज की प्राचार्या डॉ मंजु सिन्हा के निर्देश पर करीब चार सौ छात्राओं ने शक्ति एप्प को अपने स्मार्ट फोन पर डाउनलोड किया। इस कार्य में अली आजाद अंसारी छात्राओं को तकनीकी मदद कर रहे थे। छात्राओं को बताया गया कि शक्ति एप्प झारखंड पुलिस द्वारा छात्राओं-महिलाओं के लिए मुहैया कराया गया एक सुरक्षा कवच है,जो तकनीकी रूप से लैस है। शक्ति एप्प को डाउनलोड करने में छात्राओं को महज पांच से दस मिनट लगे। छात्राओं ने एप्प को डाउनलोड करने के बाद कहा कि यह मुसीबत का साथी है। उन्होंने इसकी टेस्टिंग भी की। शक्ति एप्प का हेल्प बटन दबाते ही तत्काल पुलिस के सब इंस्पेक्टर की प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। मदद की पेशकश की गयी। छात्राएं खुशी से उछल पड़ीं। इससे छात्राओं के बीच पुलिस के प्रति न सिर्फ विश्वास पैदा हुआ,बल्कि अपनी सुरक्षा के प्रति भी उनका हौसला बुलंद हुआ। झारखण्ड पुलिस के नाम सलाम के रूप में सब ने तालियाँ बजाई। अली आजाद अंसारी ने सबको बताया की शक्ति एप्प जीपीएस से लैस है और मुसीबत में फंसे व्यक्ति का लोकेशन तक पुलिस को मालूम चल जाता है। एनएसएस ऑफिसर डॉ गीता सिंह ने भी शक्ति एप्प के बारे में छात्राओं को जानकारी दी।