रांची : झारखंड की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने निर्देश दिया है कि कृषि योजनाओं के कार्यान्वयन की अद्यतन स्थिति से अवगत होने तथा उसकी मॉनिटरिंग करने के लिये विभाग की ओर से आइटी सेल बनाया जाना चाहिए,
खास बातें
♦2017-18 में प्रत्येक जिले में और नये 25 बीज ग्राम बनेंगे
♦ 6 लाख हेक्टेयर परती भूमि पर अरहर, मूंग, मक्का और उड़द की खेती होगी
♦ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 2017-18 में 25 लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
♦मोबाईल एप्लीकेशन से कृषकों को फसल बीमा योजना से जोड़ा जायेगा
♦ 3500 और नई मृदा जांच मशीन का होगा क्रय
♦ पंचायतों एवं ग्राम स्तर तक किसानों को मिलेगा खाद
♦ सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों में तालाबों का होगा निर्माण
ताकि प्रत्येक योजनाओं का एमआईएस इंट्री हो सके। पूर्ण योजनाओं का जीआईएस मैपिंग के साथ फोटो भी अपलोड कराने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दुगुना करने के लिए शीघ्र कार्ययोजना विभाग बनाएं एवं प्रत्येक योजना को आईटी से कनेक्ट किया जाये ताकि योजनाओं पर निगरानी रखी जा सके। वह मंगलवार को कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक में सभी जिला कृषि पदाधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से निदेश दे रही थी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से कृषकों को जोड़ने का कार्य 30 मई तक पूरा कर लिया जाना चाहिए। लक्ष्य के अनुरूप प्रखंड स्तर पर सभी बीटीएम,बीसीओ के साथ बैठक कर प्रतिदिनप मॉनिटरिंग करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से पीएमएफबीवाई से जोड़ने के लिये एसओपी तैयार करें तथा सभी जिलों को प्रखंडवार लक्ष्य तय कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए एक मोबाईल एप्लीकेशन डेवलप करें ताकि एप्प के जरिये पीएमएफबीवाई के लाभुकों को आसानी से जोड़ा जा सके तथा इस कार्य को प्रज्ञा केन्द्र के माध्यम से इंट्री सुनिश्चित कराई जाये। बैठक में इस वर्ष 25 लाख किसानों को फसल बीमा योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मृदा परीक्षण के संबंध में कहा कि इस कार्य को संपन्न कराने में 3500 नई मृदा जांच मशीन के क्रय का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जायेगा। अब तक 1200 मशीनों के क्रय किये जाने के विरूद्ध 605 मशीनें प्राप्त कर विभिन्न जिलों में भेजी जा चुकी है तथा 595 मशीनें 30 अप्रैल तक प्राप्त होंगी।