झारखंड आंदोलनकारी विधायकों का करेंगे घेराव, राजू महतो ने कहा- अधिकार के लिए संघर्ष करना होगा

♦Laharnews.com correspondent ♦
लोहरदगा: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा की शनिवार को हुई बैठक में मोर्चा के केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने कहा- झारखंड आंदोलनकारियों को राज्य सरकार सम्मान एवं अधिकार दे। पुरखों के सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष ही प्रमुख रास्ता है। सभी झारखंड आंदोलनकारी चाहे वह जेल गए हों या नहीं गए हों, उनके साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाए। सभी के लिए एक समान व अन्य सुविधाएं मुहैया कराया जाए। उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य का निर्माण हुए 20 वर्ष हो चुका है, बावजूद आन्दोलनकारियों को उनका सम्मान एवं अधिकार नहीं मिला है। ऐसे में विरोध प्रदर्शन से सरकार को यह बताया जाएगा कि जिन आंदोलनकारियों ने अपने संघर्ष से अलग राज्य बनाने में सबकुछ न्यौछावर किया, उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों को दी जाने वाली उचित सम्मान, पेंशन, मेडिकल सुविधा, परिवार के सदस्यों को नौकरी, विकास कार्यों में सहभागिता के साथ सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार बिना संघर्ष के हमारे हक और अधिकार नहीं देने वाली है। अब हम अगामी सत्र में विधानसभा घेराव के माध्यम से झारखंड के सभी 81 विधायकों का घेराव करेंगे।
बैठक को इन्होंने किया संबोधित
बैठक को केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ विरेंद्र कुमार सिंह, संयोजक प्रोफेसर विनोद भगत, केन्द्रीय प्रवक्ता पुष्कर महतो, अनिल कुमार भगत, सालेन लकड़ा, अमानत अंसारी, संजय कुमार, जगदीश उरांव, रूस्तम खान, बंदे उरांव ने भी संबोधित किया। सभी ने एक स्वर में कहा, संघर्ष के रास्ते, मान-सम्मान, पहचान, पेंशन, नियोजन के वास्ते विधानसभा घेराव के माध्यम से सभी 81 विधायकों का घेराव होगा।
बैठक में शामिल थे
मोर्चा के जिला अध्यक्ष अश्विनी कुजूर की अध्यक्षता में स्थानीय समारहणालय बैठक में रूदन उरांव, दशरथ गिरी, सोमनाथ भगत, दीपक वर्मा, शिवराज टाना भगत, सूरज मोहन लकड़ा, हीरामनी, दशरथ गिरी, सोमनाथ भगत, दीपक वर्मा, शिवराज टाना भगत, महबूब अंसारी, बंदे उरांव, सूरज मोहन लकड़ा, हीरामनी, केन्द्रीय कमिटी के सूर्यदेव भगत, मांडर कमिटी के डेविड बलमुचू, चन्दवा के राशिद खान, जोसेफ अभाष मिंज, राजेंद्र तिर्की, महमूद आलम, संरक्षक प्रोफेसर विनोद भगत, सचिव शाहिद अहमद, अनिल कुमार भगत, क्यूम खान, राकेश कुमार सिन्हा, अमर किडो, कृष्णा ठाकुर, सीता उरांव, आदि मौजूद थे। इससे पहले पराक्रम दिवस पर झारखंड आंदोलनकारियों ने सबसे पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें सलामी दी।

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