♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची: खड़िया महासभा के तत्वावधान में तेलंगा खड़िया की आज 115 वी जयंती वीर पुत्र के रूप में मनाई गई। रांची के नामकुम स्थित लोवाडीह में तेलंगा खड़िया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं चीरा झंडा गाड़ कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानी तेलंगा खड़िया की जयंती को वीर पुत्र दिवस के रूप में मनाने के लिए सरकार से गजट में शहीद तेलंगा खड़िया का नाम प्रकाशित करने एवं राजकीय सम्मान देने की मांग की गई।
साथ ही आगामी 23 अप्रैल को वीर पुत्र शहीद तेलंगा खड़िया की शहादत दिवस मनाने के लिए13 मार्च को गोस्सनर कॉलेज परिसर में बैठक करने का निर्णय लिया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद आदिवासी- मूलवासी जनाधिकार मंच के अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि शहीद तेलंगा खड़िया के सम्मान से ही पूरे राज्य एवं देश का सही सम्मान होगा । पूंजीवादी, सामंतवादी व्यवस्था के खिलाफ शहीद तेलंगा खड़िया की लड़ाई थी। आज हमें भी इसी प्रकार की व्यवस्थाओ के खिलाफ मजबूती के साथ गोलबंद होकर लड़ाई लड़नी है। उन्होंने मांग की कि झारखंड में बोले जाने वाली सभी जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व आईपीएस अंजुलस इंदवार, संचालन योथम कुल्लू एवं धन्यवाद ज्ञापन जागी खड़िया ने किया।
श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में पूर्व एडीजीपी रेजी डुंगडुंग , वार्ड पार्षद कुलभूषण डुंगडुंग, झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक व केंद्रीय प्रवक्ता पुष्कर महतो सचिव गैब्रिएल खाखा
डॉक्टर एसके मुर्मू , बासुदेव भगत , सीता टेटे, सर्जन हांसदा,डेविड टेटे,मंगला कुल्लू, पी बरला, बासिल किरो,बेनेडिक टेटे,गोपाल महतो, टी टेटे,विनीता अल्पना खलखो,रंजीत उरांव , सिकेंदर एक्का व अन्य उपस्थित थे।