यह स्टेडियम कितना बड़ा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ओलिंपिक के 32 फुटबॉल ग्राउंड को मिलाकर यह अकेला स्टेडियम है।
अहमदाबाद: भारत और इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद में चार मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले से कुछ देर पहले देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से रखे गये दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया। पहले इस स्टेडियम को मोटेरा स्टेडियम के नाम से जाना जाता था। केन्द्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू भी इस अवसर पर साथ थे।
स्टेडियम उद्घाटन के बाद अमित शाह ने कहा, हमने इसका नामकरण देश के प्रधानमंत्री के नाम पर करने का फैसला किया है। यह मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट था।
इस स्टेडियम की खासियत यह है कि एक सात 1 लाख 32 हजार दर्शक बैठ सकते हैं। यह स्टेडियम 63 एकड़ में फैला हुआ है और करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से बना है। यह स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से भी बड़ा है जहां 90 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। यह स्टेडियम कितना बड़ा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ओलिंपिक के 32 फुटबॉल ग्राउंड को मिलाकर यह अकेला स्टेडियम है।
स्टेडियम को लार्सन एंड टर्बो (एलएंडटी) कंपनी ने बनाया है जिसने 5 सालों की बहुत कम अवधि में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया था। स्टेडियम में छह लाल और पांच काली मिट्टी की कुल 11 पिचें तैयार की गई हैं। मुख्य और अभ्यास पिचों के लिए दोनों मिट्टी का उपयोग करने वाला यह पहला स्टेडियम है। बारिश की स्थिति में, पिच को केवल 30 मिनट में सुखाया जा सकता है। अत्याधुनिक एलईडी फ्लडलाइट से वातावरण गर्म नहीं होगा और दर्शकों के साथ-साथ क्रिकेटरों को भी आराम मिलेगा।
इस स्टेडियम की एक विशेषता यह है कि नौ मीटर की ऊंचाई पर 360 डिग्री पोडियम कॉनकोर्स दर्शकों की आवाजाही को आसान बनाती है, साथ ही यह किसी भी स्टैंड से दर्शकों को एक समान नजारा देती है। जिन कॉरपोरेट बॉक्स को डिजाइन किया गया है, उनमें प्रत्येक की बैठने की क्षमता 25 है। 150 टन का एयर-कूलिंग टॉवर स्टेडियम का क्लोझ ईन हिस्सा वातानुकूलित बनाए रखेंगे। दोनों टीमों के खिलाड़ियों की आवश्यकता के अनुसार विशाल ड्रेसिंग रूम बनाए हैं। दोनों टीमों के लिए अलग-अलग अत्याधुनिक जिम स्थापित किए गए हैं।