♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची : बिहार में बंधक बनाकर रखे गये 6 बच्चे सहित 5 मजदूरों को मुक्त करायागया है। मुक्त कराये गये सभी मजदूर रांची जिले के चान्हों प्रखंड के मुरतों गांवा निवासी हैं। एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र के सहयोग से उन्हें मुक्त कराया गया।
इन मजदूरों को बिहार के छपरा जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र के धनकडीह में बंधुआ मजदूर बनाकर रखा गया था।
धनकडीह में सुनील सिंह द्वारा बनाए गए मुर्गी फार्म में उनसे काम लिया जाता था।
इन सभी को सुनील सिंह द्वारा फोन कर काम के लिए बुलाया गया था और कहा की आपको ₹14000 प्रति माह एवं खाने, रहने की सुविधा दी जाएगी।
काम के ढाई माह बीतने के बाद जब इन मज़दूरों ने अपने मेहनत के पैसे की मांग की तो सुनील सिंह भड़क गये।
आरोप है कि उन्होंने मजदूरों एवं उनके बच्चों के साथ मारपीट की ।
मज़दूरों द्वारा इसकी सूचना बाल कल्याण संघ द्वारा संचालित एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र के परियोजना समन्वयक सुनील कुमार गुप्ता को दी गई।
सुनील कुमार गुप्ता ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सबसे पहले मजदूरों को सुरक्षा की दृष्टि से थाना भेजा एवं थाना प्रभारी को दूरभाष द्वारा इन मज़दूरों पर हुए अत्याचार की सारी बातों की जानकारी दी। मजदूरों द्वारा थाना प्रभारी को एक लिखित आवेदन देकर अपने मजदूरी दिलाने का आग्रह किया गया ।
आरोप है कि थाना प्रभारी एवं फार्म हाउस के मालिक ने सांठगांठ कर ली। मजदूरों को डरा धमका कर 20000 दिये गये और जबरदस्ती एक दस्तावेज पर इन सभी का हस्ताक्षर ले लिया। सभी अपनी जान एवं बच्चों की सुरक्षा के आगे झुक गए ।
इसके बाद एकीकृत संसाधन केंद्र परियोजना समन्वयक के द्वारा ट्रेन टिकट बुक करा कर सभी को वापस रांची भेजा जा रहा है।