♦Dr. Birendra Kumar Mahto♦
रांची : झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा की आज यहां हुई आकस्मिक बैठक में 15 नवम्बर को संपूर्ण झारखंड बंद करने का निर्णय लिया गया। इससे पहले राज्य की हेमंत सरकार को 26 अक्टूबर को झारखंड आंदोलकारियों के मान-सम्मान, पहचान, पेंशन, नियोजन की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।
डॉ मो यासिन कासमी संरक्षक घोषित
बैठक में डॉ मो यासिन कासमी को मोर्चा का संरक्षक बनाया गया। संगठन विरोधी कार्य करने के आरोप में प्रफुल्ल तत्वा व राजकमल महतो को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
अब आरपार की होगी लड़ाई : राजू महतो
बैठक की अध्यक्षता करते हुए राजू महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी अब अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए कमर कस चुके हैं। आंदोलनकारी सड़क पर उतरकर संघर्ष, एक उलगुलान व एक हुल करने के लिए तैयार हैं। महतो ने कहा- अब आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। आंदोलनकारियों के साथ अन्याय व उपेक्षा बर्दाश्त नहीं होगी। सरकार को चाहिए ि कवह आंदोलनकारियों के प्रति संवेदनशील बने।
लंबी लड़ाई के लिए आंदोलनकारी तैयार रहें : आजम अहमद
मोर्चा के वित्त अध्यक्ष आजम अहमद ने कहा, झारखंड आंदोलनकारी अंतिम समय तक सम्मान की लड़ाई लड़ने व बदलाव के लिए स्वयं को तैयार रखें। कार्यक्रम का संचालन केन्द्रीय प्रवक्ता पुष्कर महतो व स्वागत भाषण जिला अध्यक्ष कुमोद कुमार वर्मा ने किया।
बैठक में शामिल हुए
बैठक में मोर्चा के सचिव किशोर किस्कू, डॉ यासीन कासमी, गोपाल रवानी, सीमा देवी, आनंद मोहन तिवारी, सर्जन हांसदा, विनीता खलखो, शम्स कमर लड्डन, मो इजरायल खालिक, दिवाकर साहू, सतेंद्र कुमार महतो, रामरतन कुमार मेहता, मुद्रिका सिंह, ध्रुव नारायण पासवान, हाफ़िज़ अंसारी, साबिर अंसारी, सफिक अंसारी, जयंत कुमार महतो, गिरजा देवी, बैजनाथ महतो, निरंजन प्रसाद, हाफ़िज़ जावेद सहित राज्य के विभिन्न जिलों के आंदोलनकारी शामिल थे। इससे पहले बोकारो जिला के झारखंड आंदोलनकारी राजेश टुडू व मदन गिरि के निधन पर बैठक में शोक व्यक्त किया गया।