♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची: रांची विश्वविद्यालय सहित चार विश्वविद्यालयों के कुलपति रह चुके डॉ केके नाग ने झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में कार्यरत घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापकों की मांगों का समर्थन किया है। प्रो नाग ने घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि शिक्षकों की मांगें उचित और न्यायसंगत हैं। सभी शिक्षकों की नियुक्ति यूजीसी के मापदंडों के अनुरूप नियम सम्मत होनी चाहिए। उन्होंने भरोसा दिया कि सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन तक अनुबंध शिक्षकों की बातों को रखूँगा और न्याय दिलाने का हरसंभव प्रयास करूंगा।
इससे पहले झारखंड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ के रांची विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष डॉ रीझू नायक और डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ने मांगों के समर्थन में आज पूर्व कुलपति प्रो (डॉ) के. के. नाग से उनके आवास में मुलाकात की। मांगों से संबंधित मेमोरेंडम भी उन्हें सौंपा, जिसमें रेगुलराइजेशन, यूजीसी रेगुलेशन के अनुसार न्यूनतम ग्रेड पे या ग्रौस सैलरी फिक्सेशन, टर्मीनेट शिक्षकों की सेवा बहाल करने की बात कही गयी है।