धूमधाम से मनी खोरठा कवि श्रीनिवास पानुरी की 102वीं जयंती

♦Laharnews.com Correspondent♦
  रांची /रामगढ़: खोरठा के महान कवि श्रीनिवास पानुरी की जयंती रामगढ़ में धूमधाम से मनायी गयी। इसे खोरठा भाषी खोरठा दिवस के रूप मनाते है। खोरठा साहित्य-संस्कृति परिषद, झारखंड की ओर से इस वर्ष 102वीं जयंती के मौके पर खोरठा दिवस सह सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया।  खोरठा भाषा, साहित्य, संस्कृति, सहित अन्य अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देनेवालों को प्रतीक चिह्न (मेमोंटो) ,प्रशस्ति पत्र, अंग वस्त्र ,एवं घोषित नगद राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस इस मौके पर खोरठा की विभिन्न विधाओं में खोरठा के लेखक कवि व लेखकों की 10 पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया।
इस दौरान प्रदीप कुमार दीपक,सुकुमार,बसुबिहारी ने अपने गीत प्रस्तुत किये। तितिकी पत्रिका का संपादक शांति भारत अपनी विचार पानुरी जी के जीवनी पर संक्षेप में प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि विधायक लंबोदर महतो, विशिष्ट अतिथि झारखंड के प्रेमचंद कथाकार कालेश्वर गोप, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं छेत्रिय भाषा विभाग अध्यक्ष डॉ बिनोद कुमार, रामगढ़ कॉलेज में पदस्थापित डॉ शारदा प्रसाद ने अपने विचार रखें।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए परिषद के अध्यक्ष बी. एन.ओहदार ने कहा कि खोरठा भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए हमसभी को संघर्ष करना पड़ेगा। कहा- खोरठा भाषा का गौरवशाली इतिहास है। खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद के लिए उन्होंने 10 डिसमिल जमीन दान देने की घोषणा की।

सम्मानित किये गये

1.श्रीनिवास पानुरी स्मृति साहित्य सम्मान
(खोरठा साहित्य की दीर्घ कालीन सेवा के साथ कम से कम तीन उत्कृष्ट साहित्यिक खोरठा पुस्तकों का प्रणयन-प्रकाशन। )
(1). मानिन् चितरंजन महतो ‘चित्रा’ 2021
(2). मानिन बंशीलाल बंशी (मरणोपरांत) 2022

2. ए के झा स्मृति खोरठा भाषा सम्मान 2020
(खोरठा भाषा के विकास में व्यवस्थित और अति महत्वपूर्ण कार्य के लिए)
  (1). मानिन् बासुदेव महतो 2021
   (2). मानिन डॉ पारसनाथ महतो 2022

3. विश्वनाथ दसौंधी ‘राज’ स्मृति खोरठा पत्रकारिता सम्मान।
(खोरठा पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु।)
(1) मानिन् महेंद्र प्रबुद्ध, 2021
   (2). मानिन दीपक सवाल ,2022
4.खोरठा सेवा सम्मान
(खोरठा भाषा साहित्य संस्कृति के क्षेत्र में दीर्घ कालीन बहुआयामी योगदान हेतु)
  (1) मानिन् जीतू महतो, 2021
   (2). मानिन मनपुरण गोस्वामी, 2022
   
5. खोरठा ‘कला-संस्कृति रत्न’
   खोरठा लोकगीत-संगीत-नृत्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु।
(1) मानिन् बासु बिहारी , 2021
   (2). मानिन चंद्रदेव कपरदार, 2022

6.खोरठा विशेष सम्मान-2022
  (1). बिनोद कुमार महतो ‘रसलीन’

पुस्तकों का लोकार्पण

1.तितिकी पत्रिका
2.मचान ऊपर उलगुलान (व्यंग) लेखक-शांति भारत
3.नीमछिछकी (कहानी संग्रह) लेखक-शांति भारत
4.पइनसोखा (द्वितीय संस्करण)लेखक- सुकुमार
5.खोरठा व्याकरण लेखक – अनाम ओहदार
6.जुरगुड़ा (कविता संकलन) लेखक-संदीप कुमार महतो
7.खोरठा शब्दावली मुहावरे एवं लोकक्तियाँ लेखक-डॉ डी.सी.राम
8. मनुसेक धरम (कविता संग्रह) गिरिधारी गोस्वामी’आकाश खूंटी
9.रिकसा वाला (उपन्यास) लेखक- मनपुरन गोस्वामी
10.सोनाक तीतिर लेखक- (खोरठा कविता )

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