पश्चिम बंगाल में ईडी टीम पर जानलेवा हमला, कांग्रेस ने राष्ट्रपति शासन की मांग की, भाजपा ने ममता बनर्जी से मांगा इस्तीफा

 राशन घोटाला मामले में छापेमारी करने गई ईडी की टीम पर पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में वहां के शरारती तत्वों ने जानलेवा हमला किया। इस हमले में ईडी के दो अधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हो गये हैं। हमले में उनके वाहनों को भी खासा नुकसान पहुंचा है।
इस सिलसिले में मिली जानकारी के अनुसार ईडी की टीम कथित राशन घोटाले मामले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक स्तर के नेताओं के घर पर छापेमारी करने जा रही थी। छापेमारी बोनगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर आध्या और टीएमसी नेता शेख शाहजहां के आवासों पर की जाने वाली थी, जिसे अब आज के लिए रद्द कर दिया गया है। शेख शाहजहां उत्तर 24 परगना जिला परिषद के मत्स्य एवं पशु संसाधन अधिकारी होने के साथ-साथ संदेशखाली 1 के ब्लॉक अध्यक्ष भी हैं। जांच एजेंसी ने बताया कि हमला संदेशकली गांव के पास हुआ।घटना के बाद सुरक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और अब जांच की जा रही है।
ईडी अधिकारियों के पहुंचते ही तृणमूल कांग्रेस नेता के समर्थक नेता के आवास के बाहर जमा हो गए और उनकी कारों में तोड़फोड़ की।
पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ईडी टीम पर हमले की निंदा करते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने कहा, यह हमला दिखाता है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय जांच एजेंसी से इस मामले की जांच करने का आग्रह किया है। भाजपा ने हमले के लिए रोहिंग्याओं को जिम्मेवार ठहराया है और तत्काल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की है। दूसरी ओर कांग्रेस ने भी सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर हमला किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा- पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। कांग्रेस ने केन्द्र से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए वहां के मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब किया है।

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