छऊ नृत्य को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की आवश्यकताः सुदेश महतो

सिल्लीः राजकीय मानभूम छऊ नृत्य कला केंद्र सिल्ली का स्थापना दिवस सह दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव मंगलवार को शुरु हो गया। समारोह का उदघाटन आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। समारोह को संबोधित करते श्री महतो ने कहा कि कला संस्कृति राज्य का परिचय है। इसे जीवंत रखना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि छऊ नृत्य को हमें राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कला संस्कृति एक दूसरे को जोड़ने का कार्य करती है।

मानभूम छऊ नृत्य कला केंद्र सिल्ली का स्थापना दिवस मना

कलाकारों को सम्मान देना विभाग का दायित्व है। लोक गायक पद्म मुकुंद नायक को राष्ट्रीय सम्मान मिलना राज्य के लिए गौरव की बात है। हमें लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। श्री महतो ने कहा कि इस केंद्र ने कम समय में ही राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी है।
कला संस्कृति विभाग के निदेशक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि कलाकारां को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। केंद्र के कर्मियों को उचित मानदेय देने का विभाग की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। पद्म मुकुंद नायक ने कहा कि पद्मश्री का सम्मान पूरे राज्यवासियों के लिए है। उन्होंने कहा कि संस्कृति को बचाये रखने के लिए सभी गांवो में अखाड़ा निर्माण की जरूरत है। सरायकेला खरसांवा केंद्र के निदेशक तपन पटनायक ने कहा कि छउ झारखंड की जीवन रेखा है। इसकी सुगंध विश्व पटल पर हो, इसका प्रयास किये जाने की जरूरत है। समारोह की अध्यक्षता निदेशक अशोक कुमार सिंह एवं संचालन केंद्र के मुख्य प्रशिक्षक सुनील कुमार सिंह ने किया। इस मौके पर कला संस्कृति के उपनिदेशक अमिताभ कुमार, गूंज परिवार के संयोजक जयपाल सिंह, जिप सदस्य वीणा देवी, प्रमुख रेखा देवी, सीओ अभिषेक कुमार, बीडीओ जागो महतो, उप प्रमुख प्रफुल्य कुमार, मुखिया सीमा कुमारी, पंचायत समिति के सदस्य श्रवण मुंडा, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सिल्ली की वार्डेन परमेश्वरी कुमारी, रजनी कुमारी आदि उपस्थित थे।

पद्मश्री मुकुंद नायक का सुदेश ने किया सम्मानित

राज्य विकास परिषद के उपाध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने समारोह में पद्मश्री मुकुंद नायक को सिल्लीवासियों की ओर से नागरिक अभिनंदन किया तथा शाल एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

छऊ उस्ताद भी किये गये सम्मानित

महोत्सव में छऊ उस्ताद पद्मश्री गंभीर सिंह मुंडा के पुत्र कार्तिक सिंह मुंडा, वंषीधर महतो, खिरोध सिंह मुंडा, हरिदास महतो, मो0 दिलदार अंसारी, पुलक चंद्र घोषाल, पुरन चंद्र कुम्हार एवं मुखौटा निर्माता मनोरंजन सूत्रधार को अतिथियों ने शॉल एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

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