दुमका : झारखंड के दुमका के बास्किचक से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग अन्तर्गत ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत 87.26 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कुल 27 पेयजलापूर्ति योजनाओं का उद्घाटन किया।
एक लाख लोगों को मिलेगा लाभ
प्रधान सचिव पेयजल ए पी सिंह ने कहा कि जलापूर्ति योजना के उद्घाटन से एक लाख लोगों को लाभ पहुंचेगा। 18 हजार वाटर कनेक्शन की क्षमता है लेकिन अबतक सिर्फ 4 हजार कनेक्शन लोगों ने कराया है। उन्होने कहा कि स्कूल आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी पेयजल हेतु कनेक्शन दिया जायेगा। सिर्फ 60 रुपये प्रति माह की शुल्क पर लोग शुद्ध पेयजल पी सकेंगे। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द संताल परगना के शत प्रतिशत जगहों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
ग्रामीण पाईप जलापूर्ति योजना के तहत 28.01 करोड़ रुपये लागत की एक पेयजलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया गया। लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार का संकल्प हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना है। 2020 तक संताल परगना के हर घर तक सरकार शुद्ध पेयजल पहुंचाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा 16 वर्ष झारखण्ड के गठन होने के बाद भी यहां के लोगों के घर बिजली नहीं पहुंच सकी थी, लेकिन, 2 साल के अंदर सरकार ने 7 लाख घरों में बिजली पहुंचायी है। उन्होने कहा कि पहाड़ पर रहने वाले हमारे आदिवासी भाईयों के लिए भी सरकार इस वर्ष के अंत तक सौर उर्जा के माध्यम से उनतक बिजली पहुंचायेगी। उन्होंने कहा कि 2018 तक चौबीस घंटे और सातों दिन बिजली की व्यवस्था झारखण्ड में होगी।
राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि वर्ष 2020 तक संताल परगना में शतप्रतिशत पेयजल की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत अबतक 6 लाख शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है तथा 2018 तक झारखण्ड खुले में शौच मुक्त होगा। समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।