नयी दिल्ली : भारत सहित दुनिया के 99 देशों पर ‘रैंसमवेयर’ का साइबर हमला हुआ है। हैकर्स फिरौती की मांग कर रहे है। पूरी दुनिया इस साइबर हमले से डरी और सहमी हुई है। शुक्रवार यानी 12 मई की रात को इस ‘रैंसमवेयर’ का पहला शिकार ब्रिटेन का हेल्थ सिस्टम हुआ, जहां अस्पतालों के कम्प्युटर ठप पड़ गये। अमेरिकी कुरियर सर्विस फेडेक्स पर भी साइबर हमला कर उसके सिस्टम को लॉक कर दिया गया। इतना ही नहीं मॉलवेयर ‘रैंसमवेयर’ कंप्युटर वायरस करीब 99 देशों के कंप्यूटर सिस्टम को किसी न किसी तरह से नुकसान पहुंचा चुका है। ये वायरस स्पैम ईमेल के जरिये जॉब ऑफर, इनवायसस, सिक्योरिटी वार्निंग्स और अन्य संबंधित फाइल्स की शक्ल में कम्युटर सिस्टम तक पहुंच कर उसे नुकसान पहुंचा रहे है।
अब तक का सबसे बड़ा साइबर हमला
साइबर विशेषज्ञों का दावा है कि इस प्रोग्राम को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने विकसित किया था। लेकिन हैकरों ने इसकी चोरी कर ली। और फिर बड़ा साइबर हमला किया। कहा जा रहा है कि एक बार यदि यह मालवेयर वायरस कंप्यूटर में घुस गया तो फिर इसे रोकना मुश्किल हो जाता है। द गार्जियन डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक 99 देशों में 45 हजार बार साइबर हमले की रिपोर्ट कसपेरस्की लैब में दर्ज की गयी है।