♦लहर न्यूज संवाददाता♦
रांची: झारखंड की राजधानी रांची मंे बिरसा चैक के पास बीती रात पुलिस को मिली सूचना के आधार पर करीब एक हजार की संख्या में फर्जी पासपोर्ट और 10.50 लाख नकद बरामद किये गये हैं। इस सिलसिले में आरोपी राजेश प्रसाद को मौके से गिरफ्तार किया गया है, जबकि दूसरा आरोपी राजेश सिंह मौके से फरार होने में कामयाब रहा। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इलाके की नाकेबंदी भी की गयी।
बताया जाता है कि इस धंधे का मास्टरमाइंड रांची का चुटिया का निवासी राजेश सिंह है। गिरफ्तार राजेश प्रसाद फर्जी पासपोर्ट के लिए राजेश सिंह को ही जिम्मेवार मान रहा है। पुलिस पूछताछ में वह सबकुछ राजेश सिंह के ऊपर जिम्मेवारी फेंक रहा है।
इससे पहले पुलिस को सूचना मिली थी कि रांची के बिरसा चैक के पास भारी मात्रा में नकद रुपये व फर्जी पासपोर्ट रांची से पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर भेजा जा रहा है। जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अभय कुमार सिंह ने तत्काल छापेमारी की।
दूसरी ओर गिरफ्तार आरोपी राजेश प्रसाद से देर रात तक थाने में हटिया एएसपी विनीत कुमार पूछताछ कर रहे थे। आशंका जताई जा रही है कि फर्जी पासपोर्ट के आधार पर बड़े पैमाने पर विदेश भेजने, नक्सलियों और आतंकियों तक पासपोर्ट भेजने का धंधा किया जाता था। पुलिस आतंकी कनेक्शन की आशंका को देखते हुए गंभीरता से जांच में जुट गई है। हालांकि, अब तक कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है।
जानकारी के अनुसार, पकड़ा गया राजेश प्रसाद मास्टरमाइंड राजेश सिंह का कर्मचारी है। राजेश प्रसाद के माध्यम से नकदी और फर्जी पासपोर्ट जमशेदपुर भेजने के लिए राजेश सिंह ने एक ट्रैवल एजेंसी से कार की बुकिंग की थी। इस दौरान राजेश प्रसाद नशे में धुत था। पुलिस को बताया कि बिरसा चैक के पास चालक से राजेश सिंह का झगड़ा हो गया। चालक ने अटैची कार से उतारकर सड़क किनारे रख दी। इस बीच चालक को कुछ नकदी नजर आ गई। शक होने पर चालक ने ही जगन्नाथपुर थाने की पुलिस को सूचना दे दी। थानेदार मौके पर पहुंचे। इस बीच राजेश सिंह भाग गया। बहरहाल पुलिस यह भी पता लगा रहे है कि फर्जी पासपोर्ट अबतक किन-किन लोगों को दिया गया है।