♦लहर न्यूज संवाददाता ♦
रांची: झारखंड की महिला, बाल एवं समाज कल्याण मंत्री जोबा मांझी से झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधियां से वार्ता के दौरान मंत्री जोबा मांझी ने कहा- झारखंड आंदोलनकारियों के मान-सम्मान व पहचान को मिटने नहीं दूंगी। इसके लिए सरकार में रहकर झारखंड आंदोलनकारियों के कहत के लिए कार्य करती रहूंगी। उन्होंने कहा, राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं झारखंड आंदोलनकारियों के मान सम्मान वह पहचान की बात को उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री को भी झारखंड आंदोलनकारियों के प्रति सच्चा दर्द है।
मंत्री ने कहा- मैंने झारखंड आंदोलनकारी और उनके दर्द को जाना है और करीब से देखा है कि किस प्रकार से झारखंड आंदोलनकारियों ने झारखंड अलग राज्य की लड़ाई के लिए कोसों दूर पैदल चल संघर्ष किया है। झारखंड अलग राज्य को बनाने के लिए कई लोगों ने अपनी शहादत दी। झारखंड आंदोलनकारी देवेंद्र मांझी के साथ बहुत करीब से इस आंदोलन को मैं देखी हूं।
झारखंड आंदोलनकारियों को स्वतंत्रता सेनानी का मिले दर्जा: राजू महतो
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने मंत्री जोबा मांझी की भावना के प्रति आभार जताते हुए कहा- झारखंड आंदोलनकारियों के बल पर ही झारखंड अलग राज्य का गठन हुआ है। झारखंड आंदोलनकारियों के सपने को धरातल पर उतारना ही हमारा जीवन का अंतिम लक्ष्य है। झारखंड में आज झारखंड आंदोलनकारियों की पहचान विलुप्त होती दिखाई पड़ती है। इसलिए सरकार से भी हमारी मांग है और सभी झारखंड आंदोलनकारियों का दायित्व है कि प्रत्येक चैक-चैराहों का नामकरण, सरकारी संस्थानों का नामकरण, पथ का नामकरण झारखंड आंदोलनकारियों के नाम पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए। 15 नवंबर, राज्य के स्थापना दिवस पर प्रत्येक झारखंड आंदोलनकारियों को राज्य सरकार मान-सम्मान के साथ प्रशस्ति-पत्र व ताम्रपत्र देकर सम्मानित करने का काम करें। झारखंड आंदोलनकारियों को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा भी सरकार दें।
झारखंड के लिए बचपन और जवानी को खपाया: अजित मिंज
झारखंड आंदोलनकारी अजीत मिंज ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के लिए बचपन से लेकर जवानी को खपाया है। अब इस राज्य को सजाने और संवारने के लिए अपना संपूर्ण जीवन दे दूंगा। कर दूंगा। उन्होंने झारखंड आंदोलनकारियों को आह्वान किया कि इस झारखंड को बचाने के लिए और बाहरी शक्ति को रोकने के लिए सभी झारखंड आंदोलनकारियों को गोलबंद होकर एक मंच में आना चाहिए और अपने मान-सम्मान, स्वाभिमान, अस्तित्व एवं पहचान की लड़ाई लड़नी चाहिए।
मंत्री के साथ मिलने वालों में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के प्रवक्ता पुष्कर महतो एवं गाब्रीयल खाखा विशेष रूप से उपस्थित थे।