♦लहर न्यूज संवाददाता ♦
रांची: शिक्षाविद् और मानवशास्त्री डॉ सुशील केरकेट्टा की मौत हादसे में हो गयी। 25 अक्टूबर की सुबह मॉर्निंग वॉक करते समय पीछे से अल्टो कार धक्का मार दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और रिम्स ले जाने के दौरान रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉ सुशील केरकेट्टा रांची स्थित गोस्सनर काॅलेज से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने एंथ्रोपोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर एवं एचओडी के पद पर 36 वर्ष तक अपनी सेवाएं दी। गोस्सनर कॉलेज वित्त विभाग के अध्यक्ष के रूप में भी 30 साल का उनका कार्यकाल रहा।
डॉ सुशील क्रिकेटर एक मृदुभाषी एवं मिलनसार व्यक्ति थे।
खड़िया साहित्य के विकास में भी उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। वह खड़िया साहित्य समिति के अध्यक्ष के पद पर 2001 से अब तक कार्यरत थे। उनकी कई पुस्तकें भी प्रकाशित हुई।
डॉ सुशील केरकेट्टा को जीएल कब्रिस्तान सिरम टोली में दफनाया गया। दफन क्रिया में भाग लेने वालों में से श्यामा प्रसाद यूनिवर्सिटी के कुलपति सत्यनारायण मुंडा, खड़िया महासभा के अध्यक्ष अंजलि इंदवार, डॉ तार के लिंग कुल्लू, जोगी खड़िया, प्रोफेसर चंद्र किशोर केरकेट्टा, कुलकांत केरकेट्टा, वंदना टेटे, डॉक्टर राम प्रसाद, और समाज के अनेकों शुभचिंतक एवं गोस्सनर कॉलेज के शिक्षकगण शामिल हुए।