♦डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ♦
रांची: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा का आज विस्तार करते किया गया। इसी कड़ी में पूर्व विधायक कमल किशोर भगत को संयोजक,तुलसी करमाली को हजारीबाग जिला का अध्यक्ष,शिव शंकर शर्मा को धनबाद जिला का प्रभारी,विश्वनाथ प्रामाणिक को पूर्वी सिहभूम का प्रभारी,गोड्डा के अनिरुद्ध मंडल को केंद्रीय उपाध्यक्ष व कोडरमा के अनिल वर्णवाल को केंद्रीय सचिव,अशोक साहू को केंद्रीय सचिव व स्वेता मुखर्जी व सरोजनी कच्छप को केंद्रीय महिला संयोजिका मनोनीत किया गया।
इसके साथ ही 15 दिसंबर को झारखंड आंदोलनकारियों के मान-सम्मान व पेंशन की मांग को लेकर जिला स्तरीय धरना का कार्यक्रम, 3 जनवरी 2021 को मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती को झारखंड आंदोलनकारी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। इस दौरान झारखंड आंदोलनकारियों के लिए एक कैलेंडर का भी लोकार्पण किया जाएगा। मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा का अनावरण रांची में किया जाएगा। इस वर्ष के अंत तक आंदोलनकारी अपने वाहनों ,घरों व प्रतिष्ठानों में व्यापक स्तर पर झारखंड आंदोलनकारी स्टीकर लगाएंगे व लिखाने का काम करेंगे।
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो, गैब्रियल खाखा, रंजीत उरांव, गणेश दास ने प्रेस वार्ता में मांगपत्र को भी जारी किया। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों के त्याग, बलिदान एवं लंबे संघर्ष के परिणाम स्वरूप झारखंड अलग राज्य का गठन हुआ।
उन्होंने मांग की कि झारखंड आंदोलनकारियों को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा दिया जाए व झारखंड अलग राज्य निर्माण की तिथि 15 नवंबर 2000 से झारखंड आंदोलनकारियों को मान सम्मान पेंशन मिले।
छूटे हुए आंदोलनकारियों के लिए विज्ञापन प्रकाशित कर सभी आवेदन आमंत्रित किये जाने से राज्य में सरकार के प्रति सकारात्मक सोच विकसित होंगे।
उन्होंने मांग की कि भारत सरकार के गृह एवं कारा, आपदा प्रबंध अधिनियमव 1952 के तहत जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए सभी झारखंड आंदोलनकारियों को 50 हजार रुपये सम्मान पेंशन दिए जाएं। झारखंड आंदोलनकारियों के लिए आंदोलनकारी कॉरिडोर का निर्माण हो, राजधानी सहित सभी चैक-चैराहों, मार्गों व सरकारी संस्थानों का नामकरण किया जाए।