पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन: देश को लाॅकडाउन से बचाना है, कोरोना के खिलाफ भारत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है

♦Laharnews.com Desk♦
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से उत्पन्न विकट हालात के बीच राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा- देश में लाॅकडाउन नहीं लगेगा। यह अंतिम विकल्प होना चाहिए। राज्य सरकारें भी इस बात को समझें कि वे लाॅकडाउन को अंतिम विकल्प मानें। प्रधानमंत्री ने लाॅकडाउन के बजाय छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन पर राज्य को ध्यान देने के लिए कहा। राज्यों से कहा कि वे श्रमिकों को भरोसें में लें और जो श्रमिक जहां है,वहीं उन्हें ठहरने के लिए कहें। इससे श्रमिकों में भरोसा कायम होगा।
प्रधानमंत्री ने केन्द्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी तो लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करने की अपील की है।
देश बड़ी लड़ाई लड़ रहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, कोरोना की दूसरी लहर तूफान लेकर कर आई है। देश बड़ी लड़ाई लड़ रहा, आपकी पीड़ा का अहसास है। उन्होंने कहा, कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां संभली हुई थीं और फिर ये कोरोना की दूसरी वेव तूफान बनकर आ गई। जो पीड़ा आपने सही है, जो पीड़ा आप सह रहे हैं, उसका मुझे ऐहसास है।

पारिवारिक सदस्य के तौर पर दुख में शामिल हूं
पीएम मोदी ने कहा, जिन लोगों ने बीते दिनों में अपनों को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. परिवार के एक सदस्य के रूप में, मैं आपके दुःख में शामिल हूं. चुनौती बड़ी है लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प के साथ इसको पार करना है।

ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी
प्रधनमंत्री ने कहा, इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्से में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है। इस विषय पर तेजी से और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम किया जा रहा है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, प्राइवेट सेक्टर, सभी की पूरी कोशिश है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले। ऑक्सीजन प्रोडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं। राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किये जा रहे हैं।

वैज्ञानिकों ने दिनरात मेहतन की
राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हमारे वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक करके बहुत कम समय में देशवासियों के लिए वैक्सीन विकसित की हैं। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में है। भारत की कोल्ड चेन व्यवस्था के अनुकूल वैक्सीन हमारे पास है। यह एक टीम भावना है जिसके कारण हमारा भारत, दो मेड इन इंडिया वैक्सीन के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर पाया।

1 मई के बाद 18 वर्ष वालों को भी वैक्सीन

उन्होंने कहा, टीकाकरण के पहले चरण से ही गति के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंद लोगों तक वैक्सीन पहुंचे। दुनिया में सबसे तेजी से भारत में पहले 10 करोड़, फिर 11 करोड़ और अब 12 करोड़ वैक्सीन के डोज दिए गए हैं। कल ही वैक्सीनेशन को लेकर एक और अहम फैसला लिया गया है। एक मई के बाद से, 18 वर्ष के ऊपर के किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेट किया जा सकेगा। अब भारत में जो वैक्सीन बनेगी, उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को भी मिलेगा।

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