‘यास’ का ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कहर, गांवों में घुसा समंदर का पानी, झारखंड में भी जोरदार बारिश

♦Laharnews.com National Desk♦
चक्रवाती तूफान ‘यास’ ने बुधवार को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कहर बरपाया है। अंडमान निकोबार में भी इसका खास असर देखा गया। चक्रवाती तूफान ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा पोर्ट से टकराया और बहुत नुकसान किया। इसके बाद पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों खासकर दीघा इलाके में तूफान की टक्कर हुई। ओडिशा में समुद्र का पानी गांवों में घुस गया था। कई झोपड़ियों को भी पानी बहाकर ले गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि बंगाल में तकरीबन 3 लाख घरों को यास चक्रवात ने नुकसान पहुंचाया है। यास चक्रवात ने लैंडफॉल पूरा कर लिया है. यह सुबह 9 बजे शुरू हुआ था और फिर 1 बजे तक चला। इसके बाद झारखंड सहित अन्य समीपवर्ती राज्यों में भी
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर में चक्रवात यास का बहुत ज्यादा असर देखा गया। वहां पानी भरने की वजह से फंसे लोगों को सेना ने बाहर निकाला। मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्वी मेदिनीपुर में चक्रवात के बाद जो बाढ़ आई थी उसमें से अब तक करीब 700 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है।
यास पर बात कहते हुए मृत्युंजय महापात्र (आईएमडी डीजी) बोले, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर यास चक्रवात का ज्यादा असर देखने को मिला है. झारखंड पर इसका असर आज और गुरुवार को देखने को मिलेगा।
झारखंड की राजधानी रांची सहित इलाकों में सुबह से ही बारिश हो रही है।
मौसम विभाग ने शाम करीब 5 बजकर 20 मिनट पर जानकारी दी है कि अगले दो घंटे में यास और कमजोर हो जाएगा फिर यह चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा। फिलहाल यह गंभीर चक्रवाती तूफान ओडिशा और बंगाल में कहर बरपा रहा था।
ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर प्रदीप कुमार जीना ने बताया है कि यास चक्रवात ने लैंडफॉल पूरा कर लिया है। यह सुबह 9 बजे शुरू हुआ था और फिर 1 बजे तक चला। अब ओडिशा के बालासोर में हवा की गति कम हो रही है। फिलहाल नीलगिरी और फिर मयूरभंज की ओर हवा की स्पीड बढ़ी है।
चक्रवात यास फिलहाल भले ओडिशा से आगे बढ़ गया हो लेकिन उसने राज्य में काफी नुकसान किया है।

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