रांची में बाघ बुखार और संक्रमण से पीड़ित था। उसके कोविड जांच के लिए नमूने आईवीआरआई बरेली भेजे गए हैं। जू के डॉक्टर ओम प्रकाश साहू ने शिवा की मौत की पुष्टि की है।
♦Laharnews.com Special Correspondent♦
रांची: देश के चिड़िया घरों में बाघ और शेर की मौत के बार चिंता की लकीरें गहरी हो चली हैं। कयास लगाया जा रहा है कि कोरोना अब जानवरों पर तो कहर नहीं बरपाएगा। रांची में जिस बाघ की मृत्यु हुई है वह कहीं कोरोना पीड़ित तो नहीं था!
झारखंड की राजधानी के ओरमांझी स्थित बिरसा जैविक उद्यान का बाघ शिवा का निधन हो गया है। शिवा की उम्र 13 वर्ष थी। वह पिछले 4 दिनों से बीमार चल रहा था। बताया गया बाघ बुखार और संक्रमण से पीड़ित था। उसके कोविड जांच के लिए नमूने आईवीआरआई बरेली भेजे गए हैं। जू के डॉक्टर ओम प्रकाश साहू ने शिवा की मौत की पुष्टि की है।
दूसरी ओर तमिलनाडु के चिड़ियाघर में कोरोना से शेरनी की मौत हो गयी है। नौ शेर संक्रमित हैं। तमिलनाडु में वंदालुर जू के नाम से लोकप्रिय अरिगनार अन्ना प्राणी उद्यान में कोरोना वायरस से एक शेरनी की मौत हो गई है। इसके अलावा नौ अन्य शेर संक्रमित बताए जा रहे हैं। वंदालुर जू ने एक बयान जारी कर बताया कि शेरनी नीला की मौत गुरुवार की शाम लगभग सवा छह बजे हुई। चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार, नीला में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं थे। सिर्फ बुधवार को देखा गया कि उसकी नाक बह रही है।
इसके तत्काल बाद उसका इलाज किया गया। इससे पहले 26 मई को सफारी पार्क इलाके में एनिमल हाउस-1 में रहने वाले पांच शेरों में भूख की कमी देखी गई। इसके अलावा समय-समय पर उनको कफ भी निकल रहा था। इसके बाद चिडियाघर के पशु चिकित्सकों की टीम ने 11 शेरों का नमूना लेकर जांच के लिए तमिलनाडु पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय तथा राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग संस्थान, भोपाल भेजा। इनमें से नौ शेर कोरोना पाजिटिव पाए गए।