♦Laharnews.com National Desk♦
टोक्यो ओलंपिक में भारत का भाला सीधे गोल्ड पर जाकर लगा। इसके साथ ही पूरा देश जश्न में डूब गया। भारत के एथलीट और भारतीय सेना के जवान सूबेदार नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो (भाला भेंक) प्रतियोगता में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा दिया है।
नीरज ने एथलेटिक्स में 100 साल के सूखे को खत्म करते हुए देश को गोल्ड मेडल दिलाया। फाइनल मुकाबले में भारतीय एथलीट ने पहले प्रयास में ही 87.03 मीटर का थ्रो फेंका जिसे देखकर तमाम देशवासी झूम उठे, लेकिन अभी नीरज का टोक्यो ओलंपिक में बेस्ट आना बाकी था। 23 साल के इस खिलाड़ी ने अपने दूसरा थ्रो 87.58 मीटर की दूरी पर फेंका और अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा लिया। बाकी एथलीट्स ने भरपूर कोशिश की पर वह भारत के लाल के थ्रो के आसपास भी नहीं भटक सके।
नीरज ने इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में भी अपने प्रदर्शन से सनसनी फैला दी थी। उन्होंने टॉप पर रहते हुए पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था और 83.65 के क्वालीफिकेशन लेवल को आसानी से पार कर लिया था। नीरज इससे पहले एशियाई खेलों, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके हैं।
टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का पहला गोल्ड मेडल है और नीरज चोपड़ा देश की तरफ से ओलंपिक खेलों में गोल्ड लाने वाले महज दूसरे ही खिलाड़ी हैं। उनसे पहले निशानेबाजी में अभिनव बिंद्रा ने साल 2008 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
नीरज चोपड़ा की सफलता पर राष्ट्रपति, पीएम सहित पूरे देश के लोगों ने उन्हें बधाइयां दी हैं। हरियाणा सरकार ने 6 करोड़ रुपये, ए ग्रेड की नौकरी और पंजाब सरकार ने 2 करोड़ रुपये पुरस्कार के तौर पर देने की घोषणा की है।