अफगानिस्तान दो दशक बाद एकबार फिर तालिबान के कब्जे में चला गया है। तालिबान के आतंकियों ने सुबह से ही काबुल की घेराबंदी कर ली थी। बाद में जब वो काबुल में घुसे अफगानिस्तान की फौज ने सरेंडर कर दिया। इसके बाद सरकार और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत हुई और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए। गनी के ताजिकिस्तान जाने की खबर है। गनी के साथ ही उप राष्ट्रपति समेत अन्य कई शीर्ष नेताओं के देश छोड़कर जाने की खबर है। तालिबान के क्रूर शासन और अनिश्चितता से घबराए आम लोग भी बड़ी संख्या में देश छोड़ रहे हैं। काबुल में दहशत है। लोग घबराये हुए हैं। अशरफ गनी पर वे धोखा देकर चले जाने का आरोप लगा रहे हैं। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री ने भी आरोप लगाया कि गनी ने उनके हाथपांव बांध कर बेच दिया। अफगानिस्तान के लोग अपनी आतंकियों के सामने सरेंडर करने वले जवानों से भी काफी नाराज हैं।