रांची : प्रख्यात लेखक और पत्रकार पद्मश्री बलबीर दत्त की पुस्तक ‘जयपाल सिंह : एक रोमांचक अनकही कहानी’ का रविवार को रांची के चेम्बर भवन में लोकार्पण किया गया। पुस्तक को प्रभात प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। इस पुस्तक में झारखंड आंदोलन के सूत्रधार दिवंगत जयपाल सिंह के बारे में पहली बार कई तथ्यों का रहस्योद्घाटन बलबीर दत्त ने किया है। पुस्तक का लोकार्पण झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव, राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा सांसद हरिवंश, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय और पूर्व प्रतिकुलपति डॉ वीपी शरण ने किया। पुस्तक के जरिये जयपाल सिंह की जीवनी, संस्मरण और ऐतिहासिक दस्तावेज के बारे में कई तथ्य पहली बार सामने लाये गये हैं। लेखक बलबीर दत्त ने कहा कि पुस्तक में जयपाल सिंह से जुड़े सभी तथ्य विश्वसनीय हैं। यह पुस्तक सभी लोगों को पढ़नी चाहिए। पुस्तक में जयपाल सिंह की अच्छाई की चर्चा के अलावा उनके नाकारात्मक पक्ष को सामने लाया गया है। श्री दत्त ने कहा कि यह पुस्तक सभी लोगों को पढ़नी चाहिए। राजनेता और राजनीतिक कार्यकत्ताओं को इस पुस्तक का अध्ययन अवश्य करना चाहिए।
जयपाल सिंह के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी : डॉ दिनेश उरांव
मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने झारखंड आंदोलन में जयपाल सिंह की भूमिका पर प्रकाश डाला। कहा कि पुस्तक से उनके बारे में और अधिक जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने जयपाल सिंह को काफी सम्मान दिया। वह चाहते थे कि झारखंड अलग राज्य बने। लेकिन कहा जाता है कि उस समय के शासन ने उनके साथ वादाखिलाफी की। इस वजह से भी जयपाल सिंह तनाव में रहने लगे थे।
रोचक शैली में लिखी गयी है पुस्तक : हरिवंश
मुख्य वक्ता के तौर पर राज्यसभा सांसद हरिवंश ने कहा कि पुस्तक रोचक शैली में लिखी गयी है। इतिहास को मुड़कर देखने के बाद ही बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाया जा सकता है। पुस्तक में झारखंड आंदोलन और जयपाल सिंह की भूमिका पर शानदार तरीके से प्रकाश डाला गया है। जयपाल सिंह की जीवनी से जुड़ी कई बातों से दुनिया पहली बार अवगत हो रही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता आज जहां कहीं भी धर्म और वसूल के साथ खड़ी है, तो उसमें बलबीर दत्त जैसे पत्रकारों का योगदान महत्वपूर्ण है।
पुस्तक से मिल रही है नयी जानकारी : नीलकंठ
पुस्तक लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि खूंटी में मेरी पढ़ाई उसी स्कूल में हुई, जहां जयपाल सिंह ने शिक्षा हासिल की थी। इसकी जानकारी मुझे अब बलबीर दत्त की पुस्तक से ही मिल रही है। उन्होंने कहा कि जयपाल सिंह का व्यक्तित्व ऐसा था कि उस समय हर किसी नेता को उनके आशीर्वाद का कुछ न कुछ अंश प्राप्त हुआ।
झारखंड को मिलेगी नयी दिशा : डॉ रमेश पांडेय
बतौर विशिष्ट अतिथि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि पुस्तक से झारखंड को एक नयी दिशा मिलेगी। शोध पर जोर देते हुए उन्होंने साहित्कारों व अन्य लेखकों से भी इस दिशा में आगे कार्य करने का अनुरोध किया। रांची विश्वविद्यालय के पूर्व प्रतिकुलपति डॉ वीपी शरण ने झारखंड के बारे में संविधान सभा में जो चर्चाएं हुई थीं, उसकी लिखित सामग्री को झारखंड विधानसभा के पुस्तकालय में रखने का आग्रह विधानसभा अध्यक्ष से किया। इससे पूर्व रोहित दत्त ने पुस्तकों से अतिथियों का स्वागत किया। संचालन संजय झा और धन्यवाद ज्ञापन प्रभात प्रकाशन के पीयूष ने किया।
बहुत अच्छी रिपोर्ट