रांचीः राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को रांची के टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में हज हाउस और रविंद्र भवन का ऑनलाईन शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार, झारखण्ड, ओडिशा पहले पश्चिम बंगाल का ही हिस्सा था और इसी कारण यहां की संस्कृति मिलती-जुलती है। उन्होंने कहा कि रविन्द्र नाथ टैगोर हमारे देश के राजदूत के रूप में भी काम किया करते थे और देश विदेश में यहां की कला संस्कृति और भाषा का प्रचार प्रसार करते थे। उनके 150 वीं जयंती के अवसर पर देश के हर राज्य की राजधानी में रविन्द्र भवन खोलने का फैसला तत्कालीन सरकार ने लिया था जो आज झारखण्ड में पूरा हो रहा है। उन्होंने हज हाउस के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि विश्व भर से सबसे अधिक हज यात्री भारत से जाते हैं और ऐसे में रांची में हज हाउस के बन जाने से यहां से जाने वाले हज यात्रियों को काफी सुविधा होगी।
तय समय पर निर्माण कार्य पूरे होने चाहिए : राज्यपाल
झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि रविन्द्र भवन और हज हाउस का निर्माण तय समय सीमा के भीतर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां की संस्कृति व्यापक है और इसे बढ़ावा देने के लिए ही रविन्द्र भवन का निर्माण किया जा रहा है । यह भवन स्टेट ऑफ आर्ट भवन के नाम से सार्थक होगा।
विकास और तेजी से विकास हमारा मंत्र : रघुवर दास
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार लोगों की आकांक्षाओं को पूर्ण करने की दिशा में सभी जरुरी कदम उठा रही है। केन्द्र का भी राज्य सरकार को पूरा सहयोग मिल रहा है। सरकार सर्वधर्म समभाव तथा सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर चल रही है। सरकार का मूल मंत्र है विकास और तेजी से विकास।
निर्माण में लगेंगे 24 महीने और लागत 211 करोड़ रु
रविन्द्र भवन और हज हाउस का निर्माण 24 महीने के अंदर लगभग 211 करोड़ की लागत से पूरा किया जायेगा। कार्यक्रम में नगर आवास एवं विकास मंत्री सीपी सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। समारोह में रांची के सांसद रामटहल चौधरी, राज्यसभा सदस्य महेश पोद्दार, रांची की महापौर आशा लकड़ा, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव योजना सह वित्त विभाग अमित खरे, प्रधान सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग अरुण कुमार सिंह सहित अन्य विशिष्टजन मौजूद थे।