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रांची : झारखंड विधानसभा में नमाज़ पढ़ने के लिए अलग से कमरा आवंटित करने के विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के आदेश पर विवाद हो गया है। बीजेपी नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने इस फैसले को गलत करार दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर को सिर्फ लोकतंत्र का मंदिर रहने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इस फैसले के खिलाफ हैं। बाबूलाल ने कहा कि धर्म के आधार पर कोई फैसला नहीं होना चाहिए। कहा- लोकतंत्र के मंदिर को लोकतंत्र का मंदिर ही रहने देना चाहिए। अगल से नमाज अदा करने के लिए कमरे का आवंटन गलत है। हम इस फैसले के खिलाफ हैं।
शुक्रवार को झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से नमाज़ के लिए कमरा आवंटित करने का आदेश जारी किया गया था। आदेश में कहा गया, “नए विधानसभा भवन में नमाज़ अदा करने के लिए नमाज़ कक्ष के रूप में कमरा संख्या टी डब्ल्यू 348 आवंटित किया जाता है।“
सीपी सिंह ने रखी मंदिर बनाने की मांग
भाजपा के रांची से विधायक सीपी सिंह ने बहुसंख्यक विधायकों की भावना का ख्याल रखते हुए मंदिर निर्माण की मांग कर डाली। उन्होंने कहा कि कि इबादत करने का सबको अधिकार है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि इसके लिए विधानसभा में ऐसी व्यवस्था की गई है।
सभी धर्मों के मिले अलग-अलग कमरा
भाजपा विधायक विरंची नारायण ने कहा कि अलग-अलग धर्मों के लिए भी कमरा आवंटित किया जाए। हिंदू, सरना, सिख, जैन और झारखंड में रहने वाले सभी धर्मों के विधायकों के लिए अलग-अलग उपासना कक्ष की व्यवस्था की जाए। उन कहना था कि मुस्लिम धर्मावलंबियों के अलावा, दूसरे धर्मों के लोग भी विधानसभा में अपने-अपने मत के अनुसार पूजा और प्रार्थना कर सकें।