♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची : झारखंड एनएसयूआई के पूर्व उपाध्यक्ष और रांची महानगर कांग्रेस के पूर्व महामंत्री प्रवीण दुबे ने हेमंत सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता पर उठाये गये सवालों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किये जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है। मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा था, स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में निर्विवाद रूप से कमी आयी है। इसके बाद उनके बयान की कई शिक्षकों की ओर से कड़ी आलोचना की जाने लगी थी। प्रवीण दुबे ने असर संस्था की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा- झारखंड के 5वीं कक्षा के बच्चे दूसरी कक्षा का पाठ पढ़ने में असमर्थ होते हैं। इसी कड़ी में उन्होंने हाल ही में अर्थशास्त्री ज्यां द्रेंज के साक्षात्कार का उल्लेख करते हुए बताया कि लातेहार जिले के ग्रामीण इलाकों के 94 फीसदी बच्चे की पढ़ाई की गुणवत्ता निम्न दर्जे की है। दुबे ने कहा- रामेश्वर उरांव का बयान इसी पर आधारित था। ऐसे में रामेश्वर उरांव के बयान की आलोचना और फिर उसपर सियासत होना कहीं से भी उचित नहीं है। शिक्षकों के खिलाफ रामेश्वर उरांव का बयान नहीं था।
शिक्षा की गुणवत्ता पर मंत्री रामेश्वर उरांव के बयान को ले सियासत ठीक नहीं : प्रवीण दुबे






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