अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन मेजबानी में अमेरिका में क्वाड देशों (अमेरिका, भारत, आस्ट्रेलिया और जापान) की शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मारिसन मौजूद हैं।
स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक हमारी प्राथमिकता : बाइडेन
चार देशों के प्रमुखों का स्वागत करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, ’वैश्विक आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए भारत में वैक्सीन की अतिरिक्त 1 बिलियन डोज़ के उत्पादन की हमारी पहल ट्रैक पर है।’ राष्ट्रपति बाइडन ने मार्च में हुए क्वाड के वर्चुअल बैठक का जिक्र करते हुए कहा, ’जब हम छह महीने पहले मिले थे, तो हमने स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के हमारे एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी। आज मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हम इस दिशा में उत्कृष्ट प्रगति कर रहे हैं।’
हम मानवता के लिए एकजुट हैं : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ’पहली फिजिकल क्वाड समिट ऐतिहासिक पहल के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन को बहुत बहुत धन्यवाद।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारा क्वाड एक तरह से फोर्स फॉर ग्लोबल गुड की भूमिका में काम करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ’ हम 2004 की सुनामी के बाद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की मदद के लिए एक साथ आए थे। आज जब विश्व कोविड महामारी का सामना कर रहा है तो हम एक बार फिर क्वाड के रूप में एक साथ मिलकर मानवता के हित में जुटे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ’अपने सांझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड ने पाजिटिव सोच, पाजिटिव एप्रोच के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। हमारा क्वाड वैक्सीन इनिशिएटिव इंडो-पैसिफिक देशों की बड़ी मदद करेगा।’ प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ’सप्लाई चेन हो या वैश्विक सुरक्षा, क्लाइमेट एक्शन हो या कोविड रिस्पांस या टेक्नोलॉजी में सहयोग इन सभी विषयों पर मुझे अपने साथियों के साथ चर्चा करने में खुशी होगी।’
आजाद वैश्विक व्यवस्था में हमारा विश्वास : मॉरिसन
आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मॉरिसन ने भी कहा, ’हम चारों लोकतांत्रिक देश हैं। हम एक ऐसे वैश्विक व्यवस्था में विश्वास करते हैं जो आज़ादी देता है। और हम मुक्त और खुले इंडो पैसिफ़िक क्षेत्र में भरोसा करते हैं।’
इंडो-पैसिफिक को स्वतंत्र और खुला होना चाहिए : योशीहिदे सुगा
जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने कहा, ’क्वाड चार देशों द्वारा एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है जो मौलिक अधिकारों में विश्वास करते हैं और जिनका विचार है कि इंडो-पैसिफिक को स्वतंत्र और खुला होना चाहिए।’