♦HIMANSHU SHEKHAR♦
रांची : झारखंड पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अहम घटनाक्रम में केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी से मिली इनपुट पर भाकपा माओवादी के शीर्ष पोलित ब्यूरो के सदस्य और एक करोड़ का इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, उनकी पत्नी शीला मरांडी समेत चार माओवादियों को शुक्रवार को सरायकेला से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि सरायकेला के कुख्यात उग्रवादी महाराज प्रमाणिक की निशानदेही पर झारखंड पुलिस की टीम ने प्रशांत बोस को सरायकेला से दबोचा है। महाराज प्रमाणिक दो माह पहले झारखंड पुलिस के सामने अनधिकृत रूप से आत्मसमर्पण कर चुका है।
प्रशांत बोस की विभिन्न मामलों में सात राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी। प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी हैं। प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है। वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है।
झारखंड पुलिस सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी ने प्रशांत बोस समेत अन्य के गिरिडीह के पारसनाथ से सरायकेला लौटने की जानकारी दी थी। इसके बाद सरायकेला पुलिस ने एक स्कार्पियो गाड़ी से प्रशांत बोस, शीला मरांडी, प्रशांत बोस के प्राटेक्शन दस्ता के एक सदस्य व कुरियर का काम करने वाले एक युवक को मुंडरी टोलनाका के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद चारों माओवादियों को गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। झारखंड पुलिस ने प्रशांत बोस पर एक करोड़ का ईनाम रखा है। प्रशांत बोस पर झारखंड में 70 से अधिक माओवादी कांड दर्ज है।
पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि प्रशांत बोस की तबीयत बीते कई सालों से खराब थी। लेकिन बावजूद इसके वह लगातार संगठन में सक्रिय था। जानकारी के मुताबिक, कोल्हान से पारसनाथ जाकर वह रह रहा था। पारसनाथ से ही वह प्रोटेक्शन दस्ता के सदस्यों के द्वारा एनएच 2 तक लाया जाता था। इसके बाद कुरियर के द्वारा ही प्रशांत बोस को कोलकाता ले जाया जाता था। हाल ही में प्रशांत बोस कोलकाता से लौटा था।
एमसीसीआई का प्रमुख था प्रशांत बोस
प्रशांत बोस के पास ईआरबी के सचिव के तौर पर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के झारखंड के सीमावर्ती इलाके, असम समेत पूर्वोतर के राज्यों का प्रभार था। साल 2004 में एमसीसीआई व पीडब्लूजी के विलय के पूर्व वह एमसीसीआई का प्रमुख था। विलय के बाद भाकपा माओवादी संगठन में कोटेश्वर राव को प्रमुख बनाया गया था, जबकि बतौर ईआरबी सचिव तब से प्रशांत बोस संगठन में सेकेंड इन कमान था। झारखंड में पारसनाथ, सारंडा, ओड़िसा और बंगाल के सीमावर्ती इलाके में प्रशांत बोस ने ही संगठन को खड़ा किया था। प्रशांत बोस मूलतः पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है।