♦Laharnews.com Correspondent ♦
रांची : झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में आज झारखंड आंदोलनकारियों के एकसमान रूप से मान-सम्मान पहचान नियोजन पेंशन देने,जेल जाने की बाध्यता समाप्त करने सहित 11 सूत्री मांगों के समर्थन में आज विशाल प्रदर्शन किया गया। वे मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना चाहते थे,लेकिन इससे पहले शिबू सोरेन के आवास के पास ही उन्हें रोक दिया गया।
इससे पहले मोरहाबादी मैदान स्थित बाबू वाटिका के पास से विशाल जुलूस निकला। लेकिन इसे शिबू सोरेन के आवास के पास बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया। आंदोलनकारियों ने इसे हटाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारी आमने-सामने हो गये। अंततः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से प्रतिनिधि के रूप में उपायुक्त छवि रंजन आए और आंदोलनकारियों से बातें की उनका ज्ञापन स्वीकार किया और मुख्यमंत्री से त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया। इधर कार्यक्रम में आए 37 सौ आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि 28 दिसंबर तक हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो 29 दिसंबर को झारखंड बंद किया जाएगा।
संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री झारखंड आंदोलनकारियों को सपनों को साकार करने के दायित्व का निर्वाह करें। वरीय उपाध्यक्ष अश्वनी कुजूर ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के निर्माण में अपनी जवानी दी है तो आज अपने मान-सम्मान पहचान के लिए शहादत भी देना होगा तो हम पीछे नहीं हैं हेमंत है तो हिम्मत दिखाएं आंदोलनकारियों के मांगों पर विचार करें।
केंद्रीय सचिव भुनेश्वर केवट ने कहा कि सरकार और आंदोलनकारियों के बीच टकराहट की स्थिति उत्पन्न होना राज्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। केंद्रीय सचिव किशोर किस्कू ने कहा कि झारखंड अलग राज्य की बुनियाद झारखंड आंदोलनकारी हैं। केंद्रीय सचिव कयूम खान ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संचालन केंद्रीय प्रवक्ता पुष्कर महतो ने किया।