Dr BIRENDRA KUMAR MAHTO♦
रांची : खोरठा भाषा के महान कवि श्रीनिवास पानुरी की 101वीं जयंती पर आयोजित खोरठा दिवस आज यहां धूमधाम से मनाया गया।
इसका आयोजन खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद की तत्वावधान में किया गया।
समारोह में खोरठा भाषा की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की गयी। कहा गया- खोरठा भाषा को सरकार 8वीं अनुसूची में शामिल करे। मुख्यअतिथि के तौर पर विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने कहा- झारखंड में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं की वजह विश्वविद्यालय के विभागों का नहीं खुलना, पढ़ाई का ना होना,उच्च शिक्षा निदेशालय का निष्क्रिय रहना है।
परिषद अध्यक्ष डॉ बी.एन. ओहदार ने कहा- झारखंड की भाषा-संस्कृति के अस्तित्व को बचाने के लिए खोरठा दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाना होगा।
डॉ विनोद कुमार ने झारखंड में लीडरशिप का क्राइसिस बताया। कहा- नीतियों में जो गड़बड़ियां है उसे सुधार करने के लिए कोई और हमारे बीच अवतार लेने वाला नहीं है, हम ही लोगों को संगठित होकर के खुद के प्रयास से इन चीजों को सुधार करना होगा
कुमारी शशि ने खोरठा दिवस के मौके पर खोरठा के सभी क्षेत्रों पर महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं को जागरूक करने पर जोर दिया।
प्रो0दिनेश कुमार “दिनमणि“ ने कहा- भाषाई और सांस्कृतिक एकता ने झारखंड अलग राज्य को पहचान दिलाई। उन्हीं भाषाओं को कैसे दरकिनार किया जा रहा है।
डॉ गजाधर महतो“प्रभाकर“ ने झारखंड के साहित्यकारों, लेखकों और गीतकारों को पुस्तक प्रकाशन संबंधी नियमावली ,कॉपीराइट ,पेटेंट राइट,पुस्तक प्रकाशन अनुदान जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की
ओहदार अनाम ने खोरठा सहित झारखंड की झारखंडी भाषाएं से संबंधित रांची किसी भी कार्यक्रम इवेंट को आयोजित करने के लिए सहयोग देने का भरोसा दिलाया।
समारोह का संचालन सुजीत कुमार राय, धन्यवाद ज्ञापन उमेश कुमार व विक्की कुमार ने किया।
इन लोगों की रही मौजूदगी
समारोह में डॉ लंबोदर महतो (विधायक गोमिया) डॉ बी.एन.ओहदार (अध्यक्ष, खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद) डॉ बिनोद कुमार ( विभागाध्यक्ष जनजातीय क्षेत्रीय भाषा विभाग डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय ) कुमारी शशी (विभागाध्यक्ष,जनजातीय क्षेत्रीय भाषा विभाग रांची विश्वविद्यालय) डॉ गजाधर महतो “प्रभाकर“ ( शिक्षक साहित्यकार) ओहदार अनाम “अजनवी“ (विभागाध्यक्ष जनजातीय क्षेत्रीय भाषा विभाग, राधा गोविंद विश्वविद्यालय) प्रो0 दिनेश कुमार “दिनमनी“ (प्रध्यापक जनजातीय क्षेत्रीय भाषा विभाग,रांची विश्वविद्यालय) प्रो0 पूर्णकान्त कुमार (सहायक प्राध्यापक रामगढ़ महिला महाविद्यालय)
शोधार्थी संदीप कुमार महतो, उमेश कुमार, राजेश कुमार, बसंत कुमार , प्रीतिस, अनिकेत, प्रभात, गुड्डू,सुनील कुमार कश्यप, संदीप कुमार महतो, बसंत कुमार , राजेश अंग्रेज,समरेश कुमार महतो ,संजीत गंजु, अजय गझुं, बिपिन गझू , मंजू कुमारी, अनुज ठाकुर ,मनीष कुमार महतो ,महेंद्र नायक,बिट्टू ठाकुर ,आशीष कुमार महतो, कुंदन घाँसी,सोनामणि कुमारी, रविराज, अशोक कुमार,दिराज कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राएं शिक्षक अध्यापक शामिल थे।