छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए गैर-तकनीकी और और रेलवे भर्ती बोर्ड के लेवल- 1 की परीक्षाओं पर रोक लगा दी गई है। छात्रों ने आज पटना से प्रयागराज तक इन परीक्षाओं को लेकर प्रदर्शन किया। यह विरोध बिहार से लेकर यूपी तक के कई इलाकों में फैल गया।
रेल मंत्री की तरफ से परीक्षा को लेकर कई ऐलान और जांच का आश्वासन देने के बाद भी गया में ट्रेन की तीन बोगियों में आग लगा दी गई।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अभ्यर्थियों से शांति बनाये रखने और रेलवे की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील की है। रेल मंत्री ने दिल्ली में हुई प्रेसवार्ता में कहा कि अभ्यर्थियों के विरोध के मद्देनजर गैर-तकनीकी और और रेलवे भर्ती बोर्ड के लेवल- 1 की परीक्षाओं पर रोक लगा दी गई है। उत्तीर्ण या अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सुनवाई के लिए एक समिति का गठन किया गया है। यह समिति रेलवे मंत्रालय को रिपोर्ट देगी, जिसके बाद अभ्यर्थियों के हित में आगे फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष को छात्रों की चिंताओं को सुनने, उन्हें संकलित करने और समिति को भेजने के लिए कहा गया है। इस सिलसिले में एक ईमेल भी जारी की गई है, जिस पर अभ्यर्थी अपनी आपत्तियां भेज सकेंगे। रेलवे की यह समिति देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर वहां पर अभ्यर्थियों की शिकायतें सुनेगी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, इतनी बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों की एक बार में परीक्षा ले पाना बहुत मुश्किल काम होता है। इस वजह से परीक्षा के दो लेवल किए गए। अगर अभ्यर्थी इस पर असहमत हैं तो हम इस पर फिर से विचार कर रहे हैं।
आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा और रिजल्ट में धांधली को लेकर आक्रोशित छात्रों पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के आश्वासन का भी कोई असर नहीं दिखाई दिया है। रेल मंत्री की तरफ से परीक्षा को लेकर कई ऐलान और जांच का आश्वासन देने के बाद भी गया में ट्रेन की तीन बोगियों में आग लगा दी गई। कुछ घंटे पहले भी इसी ट्रेन की बोगियों को आग के हवाले किया गया था। आग लगने के बाद पहुंची पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया था। दोपहर बाद करीब चार बजे अचानक ट्रेन की तीन और खाली बोगियों में आग लगा दी गई।