♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में आयोजित घेरा डालो डेरा- डालो आंदोलन के तीसरे दिन दुमका जिला व पतरातु के झारखंड आंदोलनकारी शामिल हुए। संथाल परगना के आंदोलनकारियों ने कहा- अब मांगों और अधिकारों के लिए हम जाग चुके हैं। सम्मान और पेंशन हरहालत में हमें मिलना चाहिए।
दुमका जिला संयोजक व केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रफुल्ल ततवा ने कहा, झारखंड अलग राज्य के निर्माण में संताल परगना के आंदोलनकारियों ने त्याग, बलिदान और अनेक कुर्बानियां दी हैं। अलग राज्य निर्माण के बात से झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी होती रही है। अब संताल परगना चुप नहीं बैठेगा बल्कि अपने मान-सम्मान, पहचान, पेंशन व नियोजन के लिए एक और हुल किया जाएगा।
संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने कहा – झारखंड आंदोलनकारियों को छलने का काम नहीं किया जाना चाहिए। झारखंड की लड़ाई में आंदोलनकारियों ने अपना सबकुछ त्याग दिया है उनके संघर्ष और शहादत को सरकार पहचान दे, पेंशन दे व आश्रितों को नियोजन दे।
संताल परगना के आंदोलनकारी बाबू धन हेमरोम ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के निर्माण में हमारे त्याग और बलिदान को हाशिये पर नहीं रखा जा सकता है। सरकार तत्काल हमारी मांगें पूरी करे।
कांग्रेसी राय संताल परगना क्षेत्र में झारखंड अलग राज्य के लिए किए गए अपने संघर्षों की अभिव्यक्त करते हुए रो पड़े।
रसिक टुडू ने कहा कि झामुमो का प्रखंड अध्यक्ष भी हूं और झारखंड आंदोलनकारी हूं, संथाल परगना क्षेत्र के सभी आंदोलनकारियों को सरकार मान-सम्मान, पहचान, पेंशन व नियोजन दे।
झारखंड आंदोलनकारी सरोजिनी कच्छप ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की भावनाओं की सरकार कद्र करे।
रामगढ़ जिला संयोजक लखन महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी का सम्मान नहीं तो पूरे राज्य का सम्मान संभव नहीं है
इन्होंने भी रखे अपने विचार
कार्यक्रम में मुख्य रूप से झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के उपाध्यक्ष अश्वनी कुजुर, प्रवक्ता पुष्कर महतो, बोकारो जिला संयोजक भुनेश्वर केवट,लोहरदगा जिला के इसरार अंसारी,आनंद भगत,एरेन कच्छप,विनीता खलखो,कांग्रेस राय, हेमलाल सोरेन, बाबुधन हमरोम, निरंजन सोरेन नोबेल मरांडी, छोटू राय रमेश मरांडी राजेश टू डू, बुधन हेमरोम, जीतू मरांडी, मुन्नी देवी, भोला राय ,हेमलाल सोरेन, रमेश मरांडी, सोनालाल हेमरोम, सीताराम टू डू, कालिया मरांडी, सुखलाल सोरेन, रसिकलाल किस्कू, सावित्री हांसदा, मुन्नी हेमरोम ,रावण सोरेन, छोटका हेमरोम, बेटका हेमरोम, सोना सोरेन, रंजन टूडू ,गुड़िया मरांडी ,लोदो मुर्मू, मीना मरांडी मंजू, मोहाली, गोमस मुर्मू ,सावित्री टू डू, प्रधान मरांडी, पप्पू सोरेन, साहेब मरांडी दिलीप, मरांडी सोना तन मरांडी ने अपने विचार रखे।