♦Dr. Birendra Kumar Mahto♦
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा भरोसा दिये जाने के बाद झारखंड आंदोलनकारियों का घेरा डालो – डेरा डालो आंदोलन खत्म हो गया है। आंदोलन खत्म किये जाने से पहले आंदोलनकारियों के प्रतिनिधियों की मुख्यमंत्री के साथ वार्ता हुई। इसके बाद आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री से वार्ता करने वालों में झारखंड आन्दोलनकारी संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो, वरीय उपाध्यक्ष अश्वनी कुजुर, सचिव किशोर किस्कू, प्रवक्ता पुष्कर महतो, सचिव सरोजिनी कच्छप, विनीता खलखो, भोला नाथ सिंह, रतिया इंदवार मुख्य थे।
इससे पहले झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में आहूत घेरा डालो-डेरा डालोश् आंदोलन के 17 वें दिन को सोबरन अंसारी एवं बशीर खान के नाम समर्पित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता झारखंड आंदोलनकारी दशरथ महतो ने की।
वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि आंदोलनकारियों की मांगों के अनुरूप सरकार कार्रवाई करेगी और जल्द ही आंदोलनकारियों को खुशखबरी दी जाएगी।
झामुमो के सचेतक व संघर्ष मोर्चा के संरक्षक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि इसी सत्र में आंदोलनकारियों के मामलों को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता व समस्याओं का समाधान की दिशा में पहल होगा। जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करने का आश्वासन दिया है। निश्चित तौर पर जेल जाने की बाध्यता समाप्त होनी चाहिए और आंदोलनकारियों को मान-सम्मान पहचान के साथ नियोजन मिलने चाहिए।
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों की समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिया है।
वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुजुर, प्रवक्ता पुष्कर महतो और दिवाकर साहू ने कहा कि आंदोलनकारियों की मांगे शीघ्र पूरी होनी चाहिए।
आंदोलन में आज किशोर किस्कू, डॉ वीरेंद्र सिंह, आनंद मोहन तिवारी, हीरालाल गोप, रंथु राम, लक्ष्मीनाथ राम, इग्नासुस बाड़ा, जोसेफ होरो, मारवाड़ी लोहरा, रामरतन मेहता, रामेश्वर महतो, बाली ठाकुर, वासुदेव राम, महावीर रविदास, ईश्वर दयाल महतो, गुरुदयाल भुइयां, छोटे लाल महतो, धनेश्वर महतो, भोला नाथ सिंह, रतिया इंडवार, सरोजिनी कच्छप, एरेन कच्छप, विनीता खलखो, शांति देवी, मंजूर आलम, नवीन कच्छप, प्रवीण कुमार लकड़ा, निर्मल डुंगडुंग के अलावा अन्य आन्दोलनकारी मौजूद थे।