मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा − भूमिगत जलश्रोतों का उपयोग कम से कम करने का लक्ष्य रखा गया है। भूमिगत जल का उपयोग सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों में होगा, जहां सतही जलस्रोत्र उपलब्ध नहीं है।
बोकारो : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि वर्ष 2017 में सभी सतही जलस्त्रोतों की मैपिंग का कार्यपूरा कर लिया जाएगा। कोशिश यह होगी कि भूमिगत जलस्त्रोतों का उपयोग कम हो। इसकी रणनीति बना ली गयी है। राज्य के सभी लोगों को शुद्ध जल पाईपलाईन के माध्यम से उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार तेजी से काम हो रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि 2020 तक राज्य की 50 प्रतिशत आबादी को पाईपलाईन के माध्यम से पेयजलापूर्ति होनी चाहिए। मुख्यमंत्री शनिवार को बोकारो के पेटरवार प्लस टू हाईस्कूल में पेटरवार-कसमार ग्रामीण जलापूर्ति योजना के शिलान्यास कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2015 तक मात्र 12 प्रतिशत आबादी को पाईप से जलापूर्ति से हो रही थी, जो मार्च 2017 में बढ़कर फीसदी हो गई है। उन्होंने कहा कि 59 करोड़ की लागत से करीब 72,000 आबादी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बोकारो जिले में पेटरवार ग्रामीण जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 तक जिले के सभी सतही जलस्रोतों जैसे डैम, नदी इत्यादि की मैपिंग की का कार्यपूरा कर लिया जाएगा। फिर निकट के ग्रामों, टोलों में सतही जल आधारित योजनाओं का डीपीआर तैयार कर उपलब्ध संसाधनों के अनुसार क्रियान्वयन की रणनीति तैयार की गई है । इस रणनीति के अनुसार भूमिगत जलश्रोतों का उपयोग कम से कम करने का लक्ष्य रखा गया है। भूमिगत जल का उपयोग सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों में होगा, जहां सतही जल स्रोत्र उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो जिला, प्रखण्ड या ग्राम पंचायत खुले में शौच से मुक्त होगा, उसे प्राथमिकता के आधार पर पाईप जलापूर्ति योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत् ओडीएफ घोषित पंचायतों के मुखिया को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। सम्मान पाने वाले मुखिया में गोड़ाबाली पंचायत चास के महेश कुमार ठाकुर, जरीडीह (पू) पंचायत बेरमों की मुखिया श्रीमती कंचन देवी, गोविन्दपुर (डी) बेरमो के मुखियाश्याम बिहारी सिंह, दारिद पंचायत पेटरवार की मुखिया श्रीमती शिला देवी, बोरिया (उ) पंचायत की मुखिया श्रीमती पूजा देवी शामिल थीं। दिव्यांगजनों को स्वावलंबन स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड भी प्रदान किये गये। राज्य सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चन्द्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि बोकारो जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर आबादी मात्र चापाकल पर निर्भर है।