♦Laharnews.com Correspondent ♦
झारखंड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ का अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन 13वें दिन भी मंगलवार को जारी रहा। इस आंदोलन में राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों व अंगीभूत कॉलेजों में कार्यरत महिला प्राध्यापकों के नेतृत्व में सैकड़ों प्राध्यापकों ने अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। इस आंदोलन की वजह से विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पठन-पाठन पूरी तरह से बाधित है। विद्यार्थी अपने शिक्षकों को ढूंढ हैं और दूसरी तरफ सहायक प्राध्यापक अपनी मांगों को लेकर सड़क पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इन शिक्षकों ने आरोप लगाया कि सरकार कान में तेल डालकर नींद में सोई हुई है।
धरना-प्रदर्शन में सैकड़ों घंटी आधारित अनुबंध प्राध्यापक उपस्थित थे। खासतौर से डॉ० अंजना सिंह, डॉ० बी.एन.साहू, डॉ० एस.के. झा, डॉ० नरेंद्र दास, डॉ० दीपक कुमार, श्री बिंदेश्वर साहू, डॉ० अशोक कुमार महतो, डॉ० राम कुमार, डॉ० स्मिता गुप्ता, डॉ० निवेदिता मुनमुन, डॉ० सुमंत कुमार, डॉ० नीलम कुमारी, श्रीमति अन्नपूर्णा झा, डॉ० सुभाष साहू, सुनीता टोप्पो, श्रीमति सुनीता उरांव, डॉ० सरवाणी चक्रवर्ती, डॉ० राजन कुमार, डॉ० अजय नाथ सहदेव, डॉ० ज्योति चौधरी, श्रीमति कुमारी कंचन बर्नवाल, डॉ० संगीता पी. सांगा, डॉ० लक्ष्मी पिंगुआ, डॉ० अल्पना मेहता, सुश्री सुषमा कुजूर, डॉ० रेखा कुमारी, डॉ० अंजुलता कुमारी इत्यादि ने धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए।