रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची के खेलगांव में आयोजित विद्यालय चलें-चलाएं अभियान 2017 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षित करने तथा गांव में छिपी प्रतिभाओं को निखारने एवं उसे उजागर करने के लिये उन्हें अहम दायित्व निभाना है। राज्य एवं देश हित में गांव के एक-एक बच्चा का विद्यालय में नामांकन होना आवश्यक है। एक भी बच्चा ड्रॉप-आउट नहीं रहे। विद्यालय में बच्चों तथा शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए। अगले वर्ग में भी शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन हो, विद्यालय स्वच्छ रहे तथा विद्यालय को प्राप्त होने वाली राशि का शत-प्रतिशत उपयोग हो, इसके लिए जनता, शासन तथा विशेष कर विद्यालय प्रबंधन समिति को सामूहिक प्रयास करना होगा।उन्होंने कहा कि स्कूल की आधारभूत संरचना को मजबूत किया जा रहा है तथा शिक्षकों की कमी भी दूर की जा रही है। सभी विद्यालयों में बेंच-डेस्क की व्यवस्था की जा रही है। 2018 तक राज्य के सभी विद्यालयों में बिजली की व्यवस्था होगी। शौचालय भी होंगे। सभी उच्च विद्यालयों में लेबोरेट्री होगी। राज्य के बच्चे शैक्षणिक भ्रमण के लिए राज्य के बाहर भी जायेंगें, इससे उनका उत्साहवर्द्धन होगा । शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। नियुक्ति प्रक्रिया में कहीं पर अनियमितता दिखे, तो इसकी सूचना दें। सरकार कठोर कार्रवाई करेगी। उन्होंने 26 अप्रैल तक चलने वाले ‘‘विद्यालय चले-चलायें अभियान’’ में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की सभी से अपील की।
सम्मेलन में कांके विधायक डॉ जीतुचरण राम, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव श्रीमती आराधना पटनायक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ मनीष रंजन, प्राथमिक शिक्षा निदेशक कृपानन्द झा, राज्य परियोजना निदेशक मुकेश कुमार, रांची के उपायुक्त मनोज कुमार, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यगण, शिक्षकगण तथा विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी उपस्थित थे।