नयी दिल्ली : पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा भारतीय नौ सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाये जाने के फैसले के खिलाफ पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। देश गुस्से में है। लोग पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित करने और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग मोदी सरकार से कर रहे है। सभी का कहना है कि कुलभूषण निर्दोष हैं। कुलभूषण को हरहाल में बचाना है। उन्हें वापस भारत लाना है। दूसरी ओर लोकसभा में भी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाये जाने का मामला उठा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि कुलभूषण जाधव के पास भारत का वैध पासपोर्ट है तो पाकिस्तान कुलभूषण को जासूस कैसे कह सकता है। उन्होंने कहा कि कुलभूषण को बचाने के लिए भारत सरकार हर जरूरी कदम उठायेगी। इससे पहले कांग्रेस ने मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कुलभूषण जाधव को बचाने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाये। जवाब में सरकार की ओर से बताया गया कि पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने कुलभूषण से 13 बार मिलने की कोशिश की ,लेकिन उन्हें नहीं मिलने दिया गया। एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कुलभूषण भारतीय नागरिक हैं और उन्हें हरहाल में बचाया जाना चाहिए। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। पाकिस्तान और पाकिस्तान की अदालत से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है। भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने भी पाकिस्तान को आतंवादी राष्ट्र घोषित करने की मांग की। कहा कि ईरान से अगवा कर कुलभूषण को पाकिस्तान गलत तरीके जासूस करार देकर भारत को बदनाम करने की साजिश कर रहा है।