♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची : जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय में प्रो.(डॉ.) त्रिवेणी नाथ साहु और डॉ. राम किशोर भगत के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। विदाई समारोह की अध्यक्षता करते हुए जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय के समन्वयक डॉ. हरि उराँव ने दोनों शिक्षकों के मेहनत एवं लगन पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों पर नये शिक्षकों को चलने की बात कही। डॉ उराँव ने कहा कि सही मायने में एक शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। शिक्षण संस्थान में भले ही सेवाकाल पूरा हो जाए, मगर एक अध्यापक आजीवन अपने चारों ओर ज्ञान का प्रकाश फैलाया करते हैं।
प्राध्यापक डॉ. उमेश नन्द तिवारी ने दोनों ही शिक्षकों के सेवानिवृत्ति पर कहा कि आप दोनों की विशेषज्ञता, दयालु कर्म और हमारे प्रति कोमलता ने हमारे दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी है, जिसे कोई भी कभी नहीं हटा सकता है।
धन्यवाद डॉ. किशोर सुरिन ने किया। इस मौके पर संकाय के डॉ सविता केशरी, मनय मुण्डा, डॉ. गीता कुमारी सिंह, डॉ. मेरी एस. सोरेंग, डॉ. रिझू नायक, डॉ. बीरेन्द्र कुमार महतो, बन्धु भगत, प्रेम मुर्मू, राज कुमार बास्की, डॉ. किशोर सुरिन, करम सिंह मुण्डा, डॉ. बीरेन्द्र कुमार सोय, डॉ. बन्दे खलखो, सुजाता टेटे, तारकेश्वर सिंह मुण्डा, शोधार्थी युगेश प्रजापति, विजय आनन्द के अलावा संकाय के कई अन्य शिक्षक, शोधार्थी, छात्र छात्राएँ एवं कर्मचारीगण मौजूद थे।