‘थर्ड यूनिवर्सिटी लोक अदालत’ का नाम लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड में दर्ज : जस्टिस डीएन पटेल

रांची : झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस डीएन पटेल के नेतृत्व में झारखंड स्टेट लीगल सर्विस ऑथरिटी (झालसा) की ओर से 10 दिसम्बर-2016 को आयोजित ‘थर्ड यूनिवर्सिटी लोक अदालत’ का नाम लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड में दर्ज किया गया है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए आयोजित इस लोक अदालत में पहली बार ऐसा हुआ कि सिर्फ एक ही दिन में 5,578 लोगों के मामले का निबटारा किया गया था और 127.54 करोड़ रुपये सीधे लाभुकों के खाते में जमा हुए थे। बीच में किसी भी तीसरे व्यक्ति की भूमिका नहीं थी। इस सिलसिले में रविवार को झालसा के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में जस्टिस डीन पटेल ने बताया कि थर्ड यूनिवर्सिटी लोक अदालत का आयोजन राज्यपाल सह कुलाधिपति और झारखंड सरकार के सहयोग से किया गया था। विश्वविद्यालयों से जुड़े मामले के निबटारे के लिए लोक अदालत की जानकारी देने पर उस समय कुलाधिपति द्वारा काफी तेजी से कदम उठाये गये थे और सभी के प्रयास से छह महीने के भीतर थर्ड यूनिवर्सिटी लोक अदालत का आयोजन 10 दिसम्बर-2016 को सम्पन्न हुआ था।

झारखंड नम्बर-वन है

जस्टिस पटेल ने कहा कि विकास के मामले में दूसरे तीसरे राज्य अब झारखंड और झालसा का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि झारखंड में जब ऐसा हो सकता है तो अन्य राज्यों में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि लोक अदालतों की उपब्धियों, पीड़ितों को मुआवजा देने या लीगल लिट्रेसी क्लब की स्थापना का मामला हो, झारखंड नम्बर-वन है। उन्होंने बताया कि लैंड रेवेन्यू से जुडे़ मामले को निबटाने के लिए लोक अदालत का आयोन अक्तूबर में होगा। उन्होंने कहा कि कई मामले ऐसे होते हैं जिसका निबटारा बाहर भी किया जा सकता है। लोगों से अनुरोध किया कि पहले कोर्ट से बाहर विवादों के निबटारे का प्रयास होना चाहिए। इसके लिए भी कई व्यवस्थाएं की गयी हैं। जब वहां विवाद नहीं सुलझ सकेगा तो अंतिम में कोर्ट तो इसके लिए तैयार ही है।

‘लीगल लिट्रेसी क्लब’ की स्थापना का भी बना रेकॉर्ड

झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस डीएन पटेल पत्रकारों को जानकारी देते हुए

10 दिसम्बर-2016 को एक ही दिन में जस्टिस डीएन पटेल के नेतृत्व में लीगल सर्विस ऑथरिटी (झालसा)की ओर से जनजातीय छात्र-छात्राओं के लिए पांच सौ स्कूलों में पांच सौ लीगल लिट्रेसी क्लब की स्थापना की गयी थी,ताकि बच्चों को कानून का प्राथमिक ज्ञान मिल सके। इसे भी लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड में शामिल किया गया है। राज्य सरकार के शिक्षा और कल्याण विभाग की सहायता इस कार्य के लिए ली गयी थी।

देवघर में बालिकाओं के लिए ऑबजर्वेशन होम और चिल्ड्रेन होम का शिलान्यास होगा

जस्टिस डीएन पटेल ने बताया कि जून या जुलाई के पहले हफ्ते में देवघर में बालिकाओं के लिए ऑबजर्वेशन होम और चिल्ड्रेन होम का शिलान्यास होगा। इसके लिए वहां सात एकड़ जमीन की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की गयी है। वहां चिकित्सक से लेकर सभी कर्मी सिर्फ और सिर्फ महिलाएं होंगी। उम्मीद जतायी गयी है कि शिलान्यास होने के दो वर्ष में ऑबजर्वेशन होम और चिल्ड्रेन होम शुरू हो जाएगा।

One thought on “‘थर्ड यूनिवर्सिटी लोक अदालत’ का नाम लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड में दर्ज : जस्टिस डीएन पटेल”

  1. Commendable work done by Jharkhand state legal services authority under the able leadership of the executive chairman Hon’ble Mr. Justice D.N . Patel.
    His lordships has proved that nothing is impossible.
    His lordships has proved that If the target is set and mind is focused any milestone can be achieved.

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