रांचीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने केन्द्र और राज्य सरकार पर दमनकारी और जनविरोधी नीति अख्तियार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ जनता गुस्से में है। जनता की इसी भावना के मद्देनजर अगामी 27 अप्रैल को विधानसभा के समक्ष पूरा विपक्ष एकजुट होकर सरकार के विरोध मे ंहल्ला बोल करेगा। सुबोधकांत रविवार को अपने आवासीय कार्यालय में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 27 अप्रैल को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान जनता सरकार के समक्ष अपना विरोध प्रकट करेगी। उन्होंने कहा कि सीएनटी, एसपीटी, भू-अधिग्रहण सहित कई ऐसे मामले हैं जिससे जनता परेशान है। सरकार के इन जनविरोधी निर्णयों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अंतिम सांस तक कांग्रेस इसके लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि बड़कागांव के ग्रामीणों पर पुलिसिया और प्रशासनिक अत्याचार के मामले को लेकर वर्ष 2015 में कई अधिकारियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं गत 23 मार्च को न्यायिक दंडाधिकारी के आदेश के बावजूद हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त, एनटीपीसी प्रबंधन और उनके तथाकथित ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बैठक में ग्रामीण कांग्रेस की अध्यक्ष रमा खलखो ने कहा कि सरकार के रवैये से आम जनता त्रस्त है और अब जनता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने ग्रामीण कांग्रेस से जुडे़ तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं से 27 अप्रैल के इस महाधरना प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया।
बैठक में मुख्य रुप से चंद्रदेव शुक्ल, कन्हैया सिंह, सुन्दरी तिर्की, बिनय सिन्हा दीपू, डा. बिरसा उरांव, राजन सिंह राजा, योगेन्द्र सिंह, रणविजय सिंह, पीके चौधरी, जहीर मंसूरी,अनिल वैद्य, मौलेश सिंह, मैरी तिर्की, प्रेमनाथ मुंडा, कुसूम देवी, उषा देवी, सुमन देवी, साबीर अंसारी, राकेश सिंह, अवधेष शाहदेव, ममता देवी, गायत्री देवी, लीलावती देवी, इस्माईल खान, खलील अंसारी, मुकेश कुमार, रामदेव सिंह, महेष कुमार शर्मा, अंजू लकड़ा, सुनील कुमार, फिरोज खान, रामप्रताप तिवारी, राजेश्वर गिरि सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।