विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- झारखंड आंदोलनकारियों के त्याग,संघर्ष और बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता

♦डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ♦
  रांची: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो से कांके रोड स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। आंदोलनकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष को झारखंड आंदोलनकारियों के मान-सम्मान, पहचान, अस्तित्व एवं स्वतंत्रा सेनानी का दर्जा देने समेत 14 सूत्री मांगों के समर्थन में मांग पत्र सौंपा।
झारखंड आंदोलनकारियों के संघर्ष,बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता: विधानसभा अध्यक्ष
झारखंड आंदोलनकारियों से बातें करते हुए विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने कहा- झारखंड आंदोलनकारियों के त्याग, बलिदान और संघर्ष के वजह ही झारखंड अलग राज्य का गठन हुआ और हमें सत्ता हासिल हुई। एक लंबे संघर्ष के बाद झारखंड अलग राज्य का गठन हुआ है। मैं स्वयं झारखंड आंदोलनकारी हूं। झारखंड आंदोलनकारियों के दर्द को जानता हूं, जेल की यातनाओं को मैने भी देखा और महसूस किया है। निश्चिततौर से झारखंड आंदोलनकारियों के मान-सम्मान, पेंशन, नियोजन का ख्याल रखा जाएगा एवं झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितिकरण आयोग की त्रुटियों को दूर करते हुए आयोग का पुनर्गठन शीघ्र किया जाएगा। इस संदर्भ में मैं स्वयं मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बात करूंगा। समय रहते ही सभी झारखंड आंदोलनकारियों की पहचान होनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन मूल्यों को लेकर झारखंड अलग राज्य का निर्माण हुआ, उस मूल्य को सभी सहेज कर रखें।
गृह विभाग स्पेशल सेल का गठन करे: राजू महतो
कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा मिलना चाहिए। झारखंड आंदोलनकारियों के लिए इस स्पेशल सेल का गठन गृह विभाग द्वारा किया जाना चाहिए। झारखंड आंदोलनकारियों के आवेदन के 10 साल हो गए हैं,लेकिन अबतक ये आवेदन लंबित हंै। इन आवेदनों का तेज गति से निबटारा होना चाहिए। झारखंड आंदोलनकारियों के भावनाओं के अनुरूप झारखंड में विकास का मॉडल खड़ा करना होगा।
प्रतिनिधिमंडल में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो, प्रवक्ता पुष्कर महत्व एवं सदस्य झारखंड आंदोलनकारी सर्जन हंसदा प्रमुख थे।

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