♦डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ♦
रांची: पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुबोध कांत सहाय करम टोली स्थित झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय कार्यालय में पहुंचे. झारखंड आंदोलनकारियों ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया और झारखंड आंदोलनकारियों के हित में 14 सूत्री मांग पत्र सौंपा। मोर्चा के अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो, प्रधान महासचिव अजीत मिंज, विधि प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ प्रणव कुमार बब्बू , वित्त प्रमुख प्रेम मित्तल, प्रवक्ता पुष्कर महतो, मीडिया प्रभारी डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो, कार्यालय प्रभारी अमित खलखो, सदस्य रंजीत उराँव, प्रवीण सहाय व गणेश दास ने झारखंड आंदोलनकारियों की भावनाओं से श्री सहाय को अवगत कराते हुए झारखंड आंदोलनकारियों को जांच अधिनियम 1952 के तहत स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देने की मांग की।
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुबोध कांत सहाय ने झारखंड आंदोलनकारियों की भावनाओं से अवगत होते हुए कहा, झारखंड अलग राज्य की बुनियाद तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने रखी थी। हमें राजीव गांधी के सपनों का झारखंड बनाना है और 1-1 झारखंड आंदोलनकारियों को मान-सम्मान, पेंशन, राजकीय सुविधाएं दिलाना हम लोगों का नैतिक दायित्व है। कहा, मुख्यमंत्री से मिलकर इस पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज हजारों झारखंड आंदोलनकारी सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। निश्चित तौर पर जांच अधिनियम 1952 का अध्ययन कर सरकार से झारखंड आंदोलनकारियों के साथ न्याय करने की बात रखी जाएगी। साथ ही साथ सभी झारखंड आंदोलनकारियों का नाम गजट में प्रकाशन हो, इसकी व्यवस्था के संदर्भ में नीतिगत रूप से सरकारी संकल्पानुसार की जाएगी। उन्होंने बताया कि हम लोगों ने क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी बनाकर झारखंड अलग राज्य की लड़ाई लड़ी और झारखंड आंदोलन को आगे बढ़ाने की दिशा में बल भी दिया।