♦लहर न्यूज संवाददाता♦
रांची: झारखंड की 24 लड़कियों को तमिलनाडु के कोयंबटूर में दलालों के चंगुल से मुक्त कराकर रांची लाया गया। इससे पहले उन्हें चेन्नई से एयर लिफ्ट कर मंगलवार को नयी दिल्ली लाया गया था। इसके बाद बुधवार को ये लड़कियां रांची पहुंची।
सभी 24 लड़कियां झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला खरसावां की रहने वाली हैं। रांची पहुंचने के बाद रांची जिला प्रशासन ने इन सभी को चाईबासा भेज दिया है। यहां से प्रशासन उन्हें उनके घरों तक पहुंचाएगा। बताया गया कि करीब तीन लाख रुपये फंड इकट्ठा कर लड़कियों को लाने की व्यवस्था की गई।
लड़कियों के अनुसार, ओडिशा के संजय जोको नाम का व्यक्ति इन्हें सिलाई-कढ़ाई के नाम पर तमिलनाडु ले गया था। लेकिन उन्हें दवा कंपनी पहुंचा दिया गया। दो माह से सभी लड़कियां यहां फंसी हुई थीं। लड़कियों के अनुसार, उन्हें 12 हजार रुपये महीने वेतन देने का भरोसा दिलाया गया था, लेकिन उन्हें सिलाई की जगह पर धागा बुनने के काम में जबरन लगा दिया गया था।
उन्हें वेतन भी नहीं मिल रहा था। कुछ को महज 800 से 1000 रुपये ही मिले थे। उन्हें जमीन पर ठंडे फर्श में सोने के लिए कहा जा रहा था। उस फैक्ट्री में झारखंड की लगभग 50 लड़कियां काम कर रही थीं। उनमें कुछ पहले ही वहां से निकलने में सफल हो गई थीं। बाकी फंसी हुई लड़कियों ने वहां से बचाने की गुहार लगाई। इसके बाद राज्य सरकार के निर्देश पर फिया फाउंडेशन ने अन्य संस्थाओं से सहयोग लेकर इन सभी को मुक्त कराया। अब झारखंड पहुंचने के बाद ये लड़कियां राहत की सांस ले रही हैं। इनमें से दो लड़कियां नाबालिग भी हैं।