♦Laharnews.com Correspondent ♦
रांची: झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल ने राज्य में कृषि विकास की संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा है कि राज्य में फ्लोरी कल्चर से जुड़ी आधारभूत संरचना के विकास के लिये सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में काम तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने रांची प्रमंडल के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अगला दशक किसानों का है और सरकार का फोकस कृषि उत्पादकता पर है, इसलिये कृषकों को परंपरागत तौर तरीकों के साथ-साथ तकनीकी स्तर पर भी दक्षता हासिल करनी होगी ताकि किसानों की आय ज्यादा से ज्यादा हो सके। वह आज मोरहाबादी के रामकृष्ण मिशन ऑडिटोरियम में राज्य उद्यान निदेशालय की ओर से आयोजित’’झारखंड में फूलों की व्यावसायिक खेती-वर्तमान परिदृष्य एवं संभावनाएं’’ विषय पर एकदिवसीय सेमिनार में रांची प्रमंडल के किसानों को संबोधित कर रहे थे।
मल्टी क्रॉपिंग मोड में काम करने की जरूरत: अबू बकर सिद्दिकी
सेमिनार में विभागीय सचिव अबू बकर सिद्दिकी ने कहा कि फ्लोरी कल्चर को प्राईम लाईन में लाने के लिये विभाग कोशिश कर रहा है। उन्होंने मल्टी क्रॉपिंग मोड में काम करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि फ्लोरी कल्चर को कॉमर्शियल अंदाज में स्वीकार करें और उसी के अनुरूप कार्ययोजना बनायें। विभिन्न योजनाओं के तहत बीज वितरण, सिंचाई व्यवस्था, बैंक ऋण, उपकरण आदि की सुविधा सरकार उपलब्ध करायेगी। सिद्दिकी ने कहा कि प्रोडक्टीविटी पर फोकस करना होगा और प्रयास करना होगा कि क्वालिटी प्रोडक्ट दें।
सेमिनार में बागवानी के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिये वैज्ञानिक और कृषकों को भी सम्मानित किया गया।
सेमिनार में मुख्य रूप से रामकृष्ण मिशन आश्रम के संचालक स्वामी भविष्यानंद जी महाराज, राज्य उद्यान निदेशक वरुण रंजन, जिला उद्यान पदाधिकारी के साथ बड़ी संख्या में रांची प्रमंडल के किसान उपस्थित थे।