♦HIMANSHU SHEKHAR♦

रांची- झारखंड के आसमान में सोमवार को अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिली। झारखंड के अलग-अलग इलाकों में सूर्य के चारों ओर सात रंगों वाला घेरा बना दिखाई दिया। इसे मौसम वैज्ञानिक ‘हलो’ कहते हैं। इसमें सूर्य के चारों ओर सात रंगों वाला रिंग या घेरा बन जाता है।
सुबह करीब 11 बजेक से दोपहर बाद तक आसमान में यह नजरा दिखा। इसे कैमरे में कैद करने और सेल्फी लेने के लिए लोगों में काफी उत्साह दिखा। यह घेरा शुरुआत में सूर्य के करीब था, लेकिन धीरे-धीरे यह बड़ा होता चला गया।
वैज्ञानिकों के मुताबिक यह एक सामान्य परिघटना है। सूर्य की रोशनी तेज होने के साथ ही इसका प्रभाव कम होता जाता है। सूर्य की किरणें जितनी कमजोर होती जाती हैं, यह छल्ला उतना ही सतरंगा दिखाई पड़ता है. जैसे-जैसे सूर्य की किरणें तेज होती जाती हैं, वैसे -वैसे छल्ला सफेद या रंगहीन होने लगता है. यह वैज्ञानिक घटना है. चंद्रमा के आसपास भी ऐसी स्थिति बनती है, लेकिन उस पर उतना ध्यान नहीं जाता.
इस वजह से ऐसा होता है
धरती से 20,000 फीट की ऊंचाई पर आसमान में बहुत ही पतले बादल तैर रहे होते हैं। इनके भीतर बर्फ के लाखों टुकड़े छिपे होते हैं। इन पतले बर्फीले बादलों को साइसर क्लाउट कहा जाता है। प्रकाश के रिफ्लेक्शन के कारण ही सूर्य के चारों ओर छल्ले का निर्माण होता है। खगोल विज्ञान में इसे ‘हलो’ कहते हैं।






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