भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का राजकीय सम्मान के साथ चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान चंडीगढ़ के मटका चैक स्थित शमशान घाट में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, पंजाब के गवर्नर और पंजाब के खेल मंत्री सहित दूसरे लोग मौजूद रहे। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मिल्खा सिंह के सम्मान में पंजाब में एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर महान धावक मिल्खा सिंह के निधन से खेल जगत शोक में डूब गया है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, खेलमंत्री सहित पूरे देश ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मिल्खा सिंह का का निधन शुक्रवार रात 11.30 बजे निधन हो गया। 91 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और चंडीगढ़ स्थित पीजीआई में उनका इलाज चल रहा था। बीती 19 मई को उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह चंडीगढ़ स्थित अपने घर पर ही इलाज करवा रहे थे लेकिन स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद 24 मई को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 13 जून को उनकी पत्नी और भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल मिल्खा सिंह के एक अस्पताल में कोरोना से उत्पन्न जटिलताओं की वजह से मौत हो गयी थी।