अफगानिस्तान में पाकिस्तान की नापाक हरकतें अब दुनिया के सामने आ गयी है। पाकिस्तान की सेना अब सीधे-सीधे तालिबानी आतंकियों के साथ पंजशेर के लड़ाकों से लड़ रही है। रविवार को पाकिस्तानी पायलट्स लाव-लश्कर के साथ तालिबान की मदद करने पहुंचे। पूरी रात फाइटर जेट और ड्रोन के जरिए पंजशेर में रेजिस्टेंस फोर्सेज के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए। इस हमले में रेजिस्टेंस फोर्सेज के प्रवक्ता फहीम दस्ती सहित कई कमांडरों की मौत हो गयी है।
इस हमले पर ईरान ने कड़ा ऐतराज जताया है और पाकिस्तान के इस एक्शन के बाद तालिबान ने पंजशीर पर कब्जे का दावा किया है। हालांकि रेजिस्टेंस फोर्सेज ने तालिबान के दावे को खारिज कर दिया है। रेजिस्टेंस फोर्सेज के अहमद मसूद ने कहा अब हम तालिबान के साथ-साथ पाकिस्तान से भी लड़ रहे हैं।
दूसरी ओर अफगानिस्तान के इस हालात को लेकर भारत में आज प्रधानमंत्री मोदी ने हाईलेवल मीटिंग की। प्रधानमंत्री आवास पर करीब तीन घंटे चली इस मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण मौजूद थे। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और सीडीएस बिपिन रावत भी शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
उधर पंजशीर की जंग को लेकर अभी से थोड़ी देर पहले नॉर्दर्न अलायंस ने बड़ा दावा किया। रेजिस्टेंस फोर्स ने बताया कि पंजशीर में पाकिस्तान के फाइटर जेट को मार गिराया गया है। मतलब पाकिस्तान के जिस फाइटर जेट ने पंजशीर में बम बरसाए, उसे घाटी में ही खत्म कर दिया गया। बहरहाल तालिबान ने दावा किया है कि बहुत जल्द अफगानिस्तान में नई सरकार का गठन होगा और नई सरकार की घोषणा में शामिल होने के लिए तालिबान ने चीन, रूस, ईरान, पाकिस्तान, तुर्की और कतर को आमंत्रित किया है,